वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi
Essay on Rainy Season in Hindi : दोस्तों आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है.
वर्षा ऋतु जन जीवन का आधार है, इस समय मौसम सुहावना हो जाता है सभी जीव जंतुओं और मनुष्यों का मन प्रफुल्लित हो उठता है. बच्चों को बारिश बहुत अच्छी लगती है इसलिए अक्सर परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने को दिया जाता है.
Get Some Essay on Rainy Season in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 Students.
Best Essay on Rainy Season in Hindi 100 Words
हमारा देश कृषि आधारित देश है इसलिए आप वर्षा का होना बहुत जरूरी है. बारिश के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि बारिश से ही हमें पीने योग्य अमृत समान जल प्राप्त होता है.
भीषण गर्मी और लू चलने के बाद जब मानसून आता है तो चारों ओर खुशहाली और हरियाली छा जाती है. हर तरफ ठंडी-ठंडी हवाएं चलती है, खेतों में फसल लहरा उठती है, किसानों के चेहरे खिल उठते है, बच्चे भी बारिश और ठंडी हवा का आनंद लेते है.
बारिश का मौसम सबसे सुहाना मौसम होता है यह मौसम मुझे सबसे प्रिय और अच्छा लगता है.
Varsha Ritu Essay in Hindi 250 Words
वर्षा ऋतु हमारे देश में जुलाई माह से प्रारंभ होती है और सितंबर माह तक वर्षा होती है. गर्मियों की झुलसा देने वाली गर्मी के बाद सभी लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार करते है. हमारे देश के किसान तो हर समय आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखते रहते है.
वर्षा ऋतु किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है इस समय किसानों खरीफ की फसल बोते है और बारिश आते है फसल लहरा होते है चारों ओर खेतों में हरी भरी फसल लहराते देखकर मन प्रशंसा पूर्वक हर्षा उठता है
गर्मी के कारण सूखे हुए पेड़ पौधे भी नव अंकुरित हो उठते है, सूखी हुई नदियां, तालाब, बावड़िया, बांध पानी से लबालब भर जाते है धरती की प्यास बुझती है और भूजल स्तर ऊंचा उठ जाता है. सभी जीवो को बारिश से राहत की सांस मिलती है.
बारिश के आगमन पर मोर छम-छम करके नाचता है , कोयल मीठी राग सुनाती है, मेंढक टर्र-टर्र करके अपनी खुशी जाहिर करता है. वर्षा ऋतु बहुत ही मनोरम ऋतु होती है इस ऋतु में सभी का मन ऐसा होता है क्योंकि चारों तरफ हरियाली, ठंडी हवा और सुख शांति फैल जाती है.
मानसून के दिनों में आसमान में काले सफेद बादल पानी लेने के लिए दौड़ते नजर आते है, काली घटाओं में बिजली का चमकना बहुत अच्छा लगता है.
गर्मियों के कारण जो बच्चे घर से बाहर निकलना बंद कर देते हैं बारिश के मौसम में वे बाहर निकल कर खूब खेलते नाचते गाते है और बारिश का भरपूर आनंद उठाते है.
बारिश का मौसम पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव को नया जीवन प्रदान करता है इसलिए मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है.
Latest Essay on Rainy Season in Hindi 500 Words
भूमिका –
भारत में मुख्य रूप से वर्षा सावन और भादो माह में होती है यह वह समय होता है जब मानसून सबसे सक्रिय रूप में होता है. ग्रीष्म काल की झुलसाती हुई गर्मी से राहत बारिश के कारण ही मिलती है.
गर्मियों के कारण भारत के प्रत्येक प्रांत का तापमान इतना अधिक बढ़ जाता है कि दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. हर तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है.
सभी नदी, नालों, तालाबों का पानी सूख जाता है जिसे जीव-जंतुओं का जीवन बहुत कठिन हो जाता है. लेकिन जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है.
ऐसा लगता है मानो बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर अमृत की बौछार कर दी गई हो, बारिश के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है.
वर्षा ऋतु का महत्व –
वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे अच्छे ऋतु मानी जाती है, जब भी वर्षा आती है तब धरती का कण कण उमंग से प्रफुल्लित हो उठता है. जब धरती पर प्रचंड गर्मी के बाद मानसून की पहली बारिश होती है तो धरती से सोंधी सोंधी खुशबू आती है जिसके आगे दुनिया का सबसे खुशबूदार इत्र भी कम पड़ता है.
हमारा देश गर्म प्रांतीय क्षेत्र में आता है इसलिए यहां पर सबसे अधिक गर्मी पड़ती है, नदियों में पानी का अभाव है इसलिए पानी की उपलब्धता कम है. इसीलिए हमारे देश में वर्षा ऋतु का महत्व और भी बढ़ जाता है वर्षा ऋतु जब भी आती है तो सभी के मन को भा जाती है.
हमारा भारत देश के प्रधान देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर खेती ही की जाती है और खेती के लिए पानी की आवश्यकता होती है इस आवश्यकता की पूर्ति सावन और भादो माह में आने वाली बारिश ही करती है. किसानों के लिए तो यह अमृत के समान है क्योंकि उनकी फसल बारिश पर ही निर्भर करती है.
जब बारिश अच्छी होती है तो देश के हर प्रांत में खेतों में फसल लहरा उठती है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है ऐसा लगता है मानो धरती ने हरी चुनरी ओढ़ ली हो.
बारिश के कारण सभी नदी नाले और तालाब पानी से लबालब भर जाते हैं जिसके कारण पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं को मीठा जल पीने को मिलता है.
और धरती का भू-जल स्तर भी बढ़ जाता है जिससे गर्मी का प्रकोप कम हो जाता है और चारों तरफ ठंडी ठंडी हवाएं चलती है जो कि प्रत्येक प्राणी की मन को खुशहाली से ओतप्रोत कर देती है.
वर्षा के कारण फसल अच्छी होती है इसलिए सभी को खाने के लिए अनाज मिलता है साथ ही किसानों को इससे अच्छी पूंजी भी मिल जाती है.
जिससे उनका जीवन यापन थोड़ा सरल हो जाता है. बारिश अच्छी होती है तो देश की प्रगति भी तेजी से होती है. वर्तमान में जल की कमी का ज्यादातर भाग मानसून की बारिश से ही पूरा होता है इसलिए बारिश का महत्व हमारे जीवन में अतुल्य है.
निष्कर्ष –
हमारे जीवन में सभी ऋतुओं का महत्व है लेकिन सबसे अधिक महत्व वर्षा ऋतु का है जिसके कारण पृथ्वी की संपूर्ण जीवन प्रणाली चलती है लेकिन कभी-कभी अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ हानि भी हो जाती है लेकिन इसके महत्व के आगे यह नगण्य है.
वर्षा हमारी धरती के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए में इसके जल को सहेज कर रखना चाहिए और अधिक वर्षा हो इसलिए पेड़ पौधे लगाने चाहिए.
Full Essay on Rainy Season in Hindi
प्रस्तावना –
हमारा भारत देश बहुत सारी विभिन्नताओं वाला देश है इसलिए हमारे देश में ऋतुओं में भी विभिन्नता पाई जाती है. हमारे देश में कुल छ: ऋतुएँ ग्रीष्म, वर्षा, शीत ऋतु, हेमन्त, शिशिर और बसंत है जो कि हर दो महीने के अंतराल में बदल जाती है.
ऋतुओं के नाम के हिसाब से पृथ्वी का वातावरण बदलता रहता है, इन्हीं में से एक वर्षा ऋतु है जोकि संपूर्ण पर्यावरण में जीवन रेखा का काम करती है.
वर्षा ऋतु में बहुत तेज और अधिक बारिश होती है कई बार तो हफ्तों तक लगातार रिमझिम बारिश होती रहती है. वर्षा ऋतु में जुलाई में प्रारंभ होती है और अगस्त माह तक इसका पूरा जोर रहता है.
वर्षा ऋतु का आगमन –
जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ खुशहाली और हरियाली छा जाती है, भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन को राहत मिलती है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी में खुशी की लहर दौड़ जाती है. बारिश के समय बच्चे खूब नहाते और खेलते है अपनी कागज की नाव पानी में तैराते है.
किसान भी समय बहुत खुश होता है क्योंकि उसकी फसल लहरा उठती है. वर्षा के समय सूख चुके जंगल के पेड़ पौधे फिर से नव अंकुरित हो उठते है. सूखी काली पहाड़ियों पर हरियाली की चादर बिछ जाती है हर तरफ रंग बिरंगे फूल दिखाई देते है.
नदियां, ताल तलैया, नाले, बांध इत्यादि सभी पानी से भर जाते है, पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है. पशु पक्षियों को खाने के लिए हरी घास और पेड़ पौधे मिल जाते है. वर्षा ऋतु का आगमन पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के लिए खुशियों की चाबी है.
वर्षा का आगमन सभी को भाता है यह प्रकृति की काया पलट कर रख देता है प्रकृति के सारे रंग हमें बारिश के मौसम में देखने को मिल जाते है यह दृश्य किसी स्वर्ग लोक से कम नहीं होता है.
वर्षा ऋतु के लाभ –
वर्षा ऋतु का लाभ संपूर्ण पर्यावरण को मिलता है बारिश के कारण ही पर्यावरण का पूरा चक्कर चल पाता है इसके मुख्य लाभ हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से समझाएं है.
(1) किसानों को –
किसानों के लिए तो वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि वर्षा ऋतु से पहले किसान अपने खेतों में निराई गुड़ाई और खाद डालकर फसल के लिए तैयार करते है. यह सब इतना आसान नहीं होता क्योंकि उस समय भयंकर गर्मी और लू चलती है.
किसान प्रचंड गर्मी में दिन भर मेहनत करता है और फिर आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखता रहता है कि कब बादल आए और बारिश होगी. हमारे देश के ज्यादातर किसान मानसून आधारित बारिश पर ही अपनी फसल बोते है.
इसलिए जब बारिश का मौसम आता है तो किसानों के मुंह की मुस्कान देखते ही बनती है. उनके द्वारा लगाई गई फसल, फल, सब्जियां इत्यादि सभी भरपूर मात्रा में होती है.
(2) पर्यावरण –
हमारी पृथ्वी की पर्यावरण के चक्कर को सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्षा ऋतु का अहम महत्व है अगर यह रितु नहीं होगी तो संपूर्ण पर्यावरण तंत्र बिगड़ जाएगा. चारों तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाएगी फिर पृथ्वी पर जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा.
इसलिए जब बारिश आती है तो जीव जंतुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था हो जाती है और इंसानों के लिए भी पानी और अन्य फसल की व्यवस्था हो जाती है. पृथ्वी का पर्यावरण में फिर से एक बार जान आ जाती है. इसलिए वर्षा ऋतु का हमारे पर्यावरण के लिए अहम महत्व है.
(3) जीव – जंतुओं –
भयंकर गर्मी के कारण सभी पेड़ पौधे और घास सूख जाती है साथ ही पानी के तालाब और नदियां सूख जाती हैं जिससे जीव जंतुओं को खाने के लिए कुछ नहीं मिलता और पीने के लिए पानी भी बहुत कम मिलता है. इसके कारण धीरे-धीरे जीव जंतु और पशु पक्षी पानी और खाने की कमी के कारण मृत्यु के आगोश में चले जाते है.
लेकिन जब वर्षा ऋतु आती है तब फिर से पानी और खाने की कमी दूर हो जाती है इसलिए वर्षा ऋतु जीव जंतुओं के लिए अमृत के समान कार्य करती है.
(4) भू-जल स्तर बढ़ना –
गर्मी और अत्यधिक तापमान के कारण पृथ्वी का जल वाष्प बनकर उड़ जाता है, और मानव द्वारा भूजल का अत्यधिक दोहन करने के कारण भू-जल स्तर कम हो जाता है जिसके कारण पृथ्वी गरम रहती है और हमें स्वस्थ जल पीने को भी नहीं मिलता है.
जब वर्षा ऋतु आती है तब बारिश के कारण ही भू-जल स्तर बढ़ता है जिससे पृथ्वी के तापमान में भी कमी आती है और स्वच्छ जल भी हमें प्राप्त होता है.
(5) व्यापार में तेजी –
हमारा भारत देश कृषि आधारित देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए जिस साल अच्छी वर्षा नहीं होती उस साल सभी वस्तुओं के दाम बढ़ जाते है और व्यापार धीमी गति से चलता है.
अगर अच्छी बारिश होती है तो किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त होती है और वे बाजार में आकर नई नई वस्तुएं खरीदते हैं जिससे व्यापार तेजी से बढ़ता है.
(6) देश की प्रगति –
हमारे देश आज भी 70% से अधिक आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए हमारे देश के ज्यादातर लोग आज भी किसान है. इसलिए जिस वर्ष भी अधिक वर्षा होती है और फसल अच्छी हो जाती है तो हर प्रकार के व्यापार में तेजी देखने को मिलती है.
इस कारण सभी को खर्च करने के लिए पैसे मिल जाते है और सभी लोग नई नई वस्तुएं खरीदते है जिससे देश की प्रगति होने लग जाती है.
वर्षा से हानि –
वर्षा ऋतु से कुछ हानियां भी होती है लेकिन ज्यादातर मानव जनित कार्यों के कारण उनके घातक परिणाम देखने को मिलते है. वर्षा ऋतु से होने वाली कुछ प्रमुख हानियां निम्नलिखित है –
(1) बाढ़ – अत्यधिक बारिश होने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण फसल जन-धन की हानि होती है. लेकिन बाढ़ भी मानव जनित कार्य से ही आती है क्योंकि मानव द्वारा जंगलों की कटाई कर दी गई है जिससे पानी का बहाव तेजी से होता है.
और जनधन की हानि भी मानव के कारण ही होती है क्योंकि मानव ने अपने रहने का स्थान नदियों के पास बना लिया है और उनके बहने के क्षेत्र को रोक दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है. अगर मानव अपनी सीमा में रहे तो बाढ़ की स्थिति इतना भयानक रूप नहीं ले सकती है.
(2) मौसमी बीमारियां –
वर्षा ऋतु में मौसमी बीमारियां बहुत अधिक होती है जैसे हैजा, मलेरिया, त्वचा संबंधी रोग, खांसी जुकाम इत्यादि हो जाती है. लेकिन इनमें से ज्यादातर बीमारियां मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण के कारण ही उत्पन्न होती है. अगर मानव पर्यावरण का ख्याल रखें तो वर्षा ऋतु से बीमारियां नहीं होंगी.
(3) भू-कटाव –
अत्यधिक तेज वर्षा के कारण भूमि का कटाव होने लग जाता है जिसे उपजाऊ मिट्टी बह कर चली जाती है. जो कि पर्यावरण और फसलों के लिए अच्छा नहीं होता है.
भू-कटाव की स्थिति वर्तमान में बहुत अधिक देखने को मिलती है क्योंकि मानव द्वारा अत्यधिक पेड़ों की कटाई कर दी गई है जिससे भूमि का कटाव हो रहा है इसलिए मैं अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ लगाने होंगे और भू-कटाव को रोकना होगा.
वर्षा ऋतु के त्योहार –
वर्षा ऋतु आने के बाद भारत देश में जैसे त्योहारों की झड़ी लग जाती है, भारत में वर्षा से वैसे ही सभी को खुशी मिलती हैं और पूरा वातावरण ठंडा और मनमोहक हो जाता है इन खुशियों में चार चांद लगाने के लिए भारत देश के लोग त्योहारों का आयोजन करते है.
अगर ऐसा कहा जाए कि भारत में त्योहारों की शुरुआत वर्षा ऋतु से ही प्रारंभ होती है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ज्यादातर त्यौहार वर्षा ऋतु के बाद ही आते है.
वर्षा ऋतु के बाद प्रमुख रूप से मनाए जाने वाले त्योहार निम्न है – तीज, रक्षाबंधन, गणगौर, दिवाली इत्यादि है.
उपसंहार –
वर्षा ऋतु के कारण संपूर्ण जन जीवन में हर्षोल्लास की लहर दौड़ जाती है, सच में वर्षा ऋतु पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के प्राण के लिए अमृत का कार्य करती है.
खेतों में लहराती हुई फसल का मनमोहक दृश्य बहुत सुहाना लगता है. चारों तरफ हरियाली ही हरियाली देखकर सबके मन को शांति मिलती है.
चहु और पशु पक्षी अपना नया राग सुनाते है यह वाक्य में ही बहुत मनोरम दृश्य होता है और वर्षा ऋतु के कारण भयंकर गर्मी से जो राहत मिलती है उसकी तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
इसीलिए वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे ऊंचा स्थान रखती है. हमें भी वर्षा ऋतु में जल का संग्रह करके वर्षा ऋतु का आदर करना चाहिए.
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7 thoughts on “वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi”
वर्षा ऋतु पर निबंध
very good letters
Thank you Arnav for appreciation, keep visiting Hindi yatra.
आप का निबंध हमें बहुत अच्छा लगा।
सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अंशिका जी ऐसे ही और रोचक जानकारी लेने के लिए हिंदी यात्रा पर आते रहे धन्यवाद
आपका निबंध बहुत अच्छा लगा । धन्यवाद
करन राणा आप का बहुत बहुत आभार
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वर्षा ऋतु पर निबंध- Rainy Season Essay in Hindi
दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपके लिए Rainy Season Essay in Hindi ( Varsha Ritu Par Nibandh ) शेयर कर रहे है, हमने 100 words, 200 words, 250 words, 300 words, 500 words 600 words ke essay लिखे है जो की class 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11,12 ke students | Vidyarthi ke liye upyogi hai.
In this article, we are providing information about Rainy Season in Hindi | 4 well written essay on Rainy Season in Hindi Language. वर्षा ऋतु पर पूरी जानकारी जैसे की सामान्य परिचय, प्राकृतिक शोभा, जन-जीवन, लाभ-हानि अदि के बारे बताया गया है।
वर्षा ऋतु पर निबंध | Rainy Season Essay in Hindi
10 Lines Essay on Rainy Season ( 100 words )
1. वर्षा ऋतु का समय मुख्य रूप से श्रावण-भाद्रपद मास में होता है।
2. वर्षा ऋतु के आते ही आकाश में काले-काले मेघ छा जाते हैं।
3. वर्षा के बरसने से वनों और बागों में हरियाली छा जाती है।
4. वर्षा ऋतु किसानों के लिए वरदान है।
5. वर्षा ऋतु से पहले ग्रीष्म ऋतु में भीषण गर्मी पड़ती है
6. इसी ऋतु में खरीफ की फसल बोई जाती है।
7. वर्षा हमें नव जीवन देती है।
8. अधिक वर्षा से नदियों में बाढ़ आ जाती है।
9. वर्षा ऋतु में अनेक त्यौहार मनाए जाते हैं।
10. वर्षा प्राणि-मात्र के लिए वरदान है।
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वर्षा ऋतु पर निबंध | Short Essay on Rainy Season in Hindi ( 200 words )
गर्मी के बाद वर्षा ऋतु आती है। तेज गर्मी के बाद आसमान बादलों से ढंक जाता है। बिजली चमकने लगती है और बारिश होने लगती है। सभी जीव-जन्तु प्रसन्न हो जाते हैं।
वर्षा ऋतु चार महीने जून से सेप्टेंबर तक रहती है। वर्षा ऋतु में चारों तरफ हरियाली छा जाती है। नदी, नाले पानी से भर जाते हैं। मेंढ़क टर्र-टर्र करने लगते हैं। मोर खुशी से नाचने लगता है।
इस मौसम में लोग छाते, रेनकोट में इधर-उधर जाते नज़र आते हैं। बच्चों को पानी में भीगना और खेलना बहुत अच्छा लगता है। वे कागज की नाव बनाकर पानी में तैराते हैं।
वर्षा ऋतु में सबसे ज्यादा किसान खुश रहता है। वर्षा होते ही वह खेतों में बीज बो देता है। अच्छी वर्षा होती है, तो फसल भी अच्छी होती है।
लेकिन इस ऋतु में कुछ नुकसान भी होता है। तेज वर्षा से बाढ़ आ जाती है। गाँव-नगर पानी में डूब जाते हैं। सामान बह जाता है। अनेक लोग और पशु मर जाते हैं।
लेकिन फिर भी यह मौसम खुशहाली लाता है । इस ऋतु को जीवन देने वाली ऋतु कहते हैं।
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Varsha Ritu Par Nibandh Hindi me ( 300 words )
मनमोहिनी प्रकृति के अनेक रूप हैं। उसके अनेक रूपों में वर्षा ऋतु का रूप विशेष रूप से आनन्ददायक और मन-भावन है। वर्षा ऋतु का आगमन ग्रीष्म ऋतु के अनन्तर होता है।
भारत में वर्षा ऋतु का समय मुख्य रूप से श्रावण-भाद्रपद मास में होता है। यद्यपि वर्षा का आरम्भ आषाढ़ मास में हो जाता है और आश्विन मास तक रहता है। इसी कारण इसे चौमासा भी कहते हैं। सूर्य के उत्तरायण होने के कारण जो भीषण गर्मी पड़ती है, उसी के कारण जल भाप बनकर आकाश में उड़ जाता है। उसी से बादल बनते हैं; वे बादल ही पानी बरसाते है।
वर्षा ऋतु के आते ही आकाश में काले-काले मेघ छा जाते हैं, शीतल वायु बहने लगती है, बिजली चमकने लगती है और मेघों का गर्जन प्रारम्भ हो जाता है। तदनन्तर झम-झम करके बादल बरसने लगते हैं। वर्षा के बरसने से वनों और बागों में हरियाली छा जाती है। धरती की प्यास बुझ जाती है। नदी-नाले, ताल-तलैया पानी से भर जाते हैं। प्राणि-मात्र आनन्द से भर जाता है। वनों में पपीहा पीहू-पीहू स्वर करने लगता है तो मेघों की काली घटा को देखकर मोर भी नाचने लगते हैं तो मेंढक टर्राने लगते हैं। बागों में वृक्षों पर झूला डालकर उन पर स्त्रियाँ झूलने लगती हैं। बरसात की अंधेरी रात में चमकते जुगनू तारों सी शोभा देते हैं।
वर्षा ऋतु किसानों के लिए वरदान है। वर्षा से खेतों में हरियाली छा जाती है। धान, ज्वार, बाजरा, मक्का और तरह-तरह के दानों के पौधे अन्न से भर जाते हैं। यही अन्न मानवों को नव जीवन देता है।
अत्यधिक वर्षा होने पर जब बाढ़ आती है तो वर्षा ऋतु हानिकारिणी भी बन जाती है; पर जल रूपी जीवन का दान करने के कारण तथा ग्रीष्म की तपन से रक्षा करने के कारण यह वन्दनीय ही है।
Varsha Ritu Nibandh
वर्षा ऋतु पर निबंध | Long Rainy Season Essay in Hindi ( 500 to 600 words )
भूमिका
प्रकृति अपना स्वरूप लगातार बदलती रहती है। कभी बहुत गर्मी पडती है कभी अधिक वर्षा होती है तो कभी अधिक जाड़ा पड़ता है। हमारे देश में चार मौसम और छ: ऋतुएँ होती हैं- बसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर। हर ऋतु का समय दो महीने का होता है। हर ऋतु में प्राकृतिक शोभा अलग-अलग होती है। वर्षा ऋतु सावन और भादों में मानी जाती है।
प्राकृतिक अवस्था
वर्षा से पहले ग्रीष्म ऋतु में भीषण गर्मी पड़ती है, किन्त इस ऋतु के आने के बाद बदलाव आता है। आकाश में बादल उमड़ने-घुमड़ने लगते हैं। पहले हल्की वर्षा होती है जिसे “दौंगरा” कहते हैं। धीरे-धीरे वर्षा अधिक होने लगती है। प्रायः कई दिनों तक वर्षा होती रहती है। आकाश में बादल छाए रहते हैं जिसके कारण सूर्य का दर्शन नहीं होता है। रह-रह कर बादल दिखाई पड़ता है। खेत, मैदान, बाग-बगीचे हरे-भरे हो जाते हैं। जिसे देखकर सब का मन प्रसन्न हो जाता है। प्रकृति की शोभा बढ़ जाती है। जलाशय पानी से लबालब भर जाते हैं। चारों ओर छातों और बरसातियों की घूम मच जाती है।
जन-जीवन
वर्षा का प्रभाव जन-जीवन पर बहुत पड़ता है। इस समय लोग अधिक प्रसन्न रहते हैं। किसानों के लिए यह ऋतु वरदान है। वे अपने हल-बैल के साथ निकल पड़ते हैं और खेतों की जुताई-बुआई करते हैं। इसी ऋतु में खरीफ की फसल बोई जाती है। अन्य प्राणी भी इस समय आनंदित होते हैं। झींगुरों की झंकार, कोयल की कूक, मेढ़कों की टर्र-टर, मयूर की क्याऊँ-क्याऊँ से वातावरण मुखरित हो जाता है। जन-जीवन में नयापन आ जाता है। लोग तरह-तरह के गीत गाने लगते हैं- जैसे ‘आल्हा, कजली, मल्हार आदि। इस सुखद समय में पेड़ों की डालियों पर लोग झूले डालकर झूलते हैं।
वर्षा में शहरों की अवस्था भिन्न होती है। अधिक वर्षा से सड़कें डूब जाती हैं, आवागमन ठप हो जाता है। जन जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। शहरों के बच्चे वर्षा का आनंद लेने के लिए सड़कों पर निकल आते हैं।
वर्षा ऋतु के लाभ
वर्षा हमें नव जीवन देती है। ग्रीष्म काल की गर्मी से व्याकुल लोगों को इससे राहत मिलती है। हवा में ठंडापन आ जाता है। इस समय थोड़ी बहुत उमस रहती है। हमारा देश कृषि प्रधान है। कृषि पूरी तरह बरसात पर निर्भर है। यदि वर्षा न हो तो खेती का काम होना असम्भव हो जाए। खेत की फसलें सूख जाएँ और लोग भूखों मर जाएँ। वर्षा के कारण खेती होती है, पशुओं को चारा मिलता है। वर्षा के अभाव में बाग-बगीचे उजड़ जाते हैं। सूखा पड़ने से अकाल पड़ जाता है। जिसके कारण जन-धन की बहुत हानि होती है। जल को जीवन कहते हैं। जल की कमी से जीवन सुरक्षित नहीं रह सकता है।
वर्षा ऋतु की हानियाँ
वर्षा से जहाँ इतने लाभ हैं, वहीं इससे कुछ हानियाँ भी हैं। अधिक वर्षा से नदियों में बाढ़ आ जाती है। बाढ़ की चपेट में अनेक गाँव डूब जाते हैं। इसके कारण पशु बह जाते हैं। कहीं-कहीं जन-धन की भी हानि होती है। बाढ़ से हरी-भरी फसलें तबाह हो जाती हैं। अधिक वर्षा से शहर के लोगों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके कारण गाँवों की दशा अधिक खराब हो जाती है। चारों और कीचड़ और पानी के कारण कहीं आना-जाना कठिन हो जाता है। तालाबों, गड्ढों, पोखरों में भरा जल सड़ने लगता है, जिसमें तरह-तरह के मच्छर पैदा हो जाते हैं। इन मच्छरों के काटने से रोग फैलने लगता है। मलेरिया का प्रकोप इसी मौसम में होता है। साँप, बिच्छु जैसे विषैले जीव वर्षा में अधिक पैदा होते हैं। गाँवों के कच्चे मकान वर्षा में गिर जाते हैं।
उपसंहार
थोड़ी बहुत हानि के बाद भी वर्षा से लाभ अधिक है। हमारी सरकार बाढ़ पर काबू पाने के लिए बाँधों का निर्माण कर रही है, जिससे बाढ़ पर नियंत्रण लग रहा है। इससे बिजली पैदा की जा रही है। नदियों से नहरें निकाल कर सिंचाई की व्यवस्था की जा रही है। हमें वर्षा का स्वागत करना चाहिए। वर्षा ऋतु में अनेक त्यौहार मनाए जाते हैं। लोग आनंद से आल्हा और कजली गाते हैं। वर्षा प्राणि-मात्र के लिए वरदान है।
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Essay on Rainy Day : स्टूडेंट्स के लिए बरसात के दिन पर निबंध
- Updated on
- जून 21, 2024
बरसात का दिन एक खूबसूरत दिन होता है जिसे हम हमेशा यादगार बनाना चाहते हैं। कई बार बरसात का दिन हम संजोते हैं और इस दिन को आनंदमय तरीके से बिताने की कोशिश करते हैं। स्टूडेंट्स और बच्चों के लिए बरसात के दिन ढेरों गतिविधियां हैं जैसे बारिश में खेलना, भीगना, कागज की नावें बनाना आदि। इसलिए स्कूल की या बोर्ड की परीक्षा में कई बार स्टूडेंट्स से उनके बरसात के दिन के अनुभव साझा करने के लिए निबंध लिखने के लिए दिया जा सकता है जोकि इस ब्लाॅग Essay on Rainy Day in Hindi में विस्तार से बताया जा रहा है।
This Blog Includes:
बरसात के दिन पर निबंध 100 शब्दों में, बरसात के दिन पर निबंध 200 शब्दों में, मेरा बरसात के दिन का अनुभव, बरसात के दिन का महत्व, बरसात का दिन कैसे व्यतीत करें, बरसात के दिन के नुकसान.
100 शब्दों में Essay on Rainy Day in Hindi इस प्रकार हैः
बारिश का मौसम अच्छा मौसम माना जाता है। मेरा पसंदीदा मौसम मानसून या बरसात का मौसम है। मैं एक सम्मलित परिवार में रहता हूं तो बारिश का आनंद और भी बढ़ जाता है। मौसम की पहली बारिश में हम बस अपने घर से बाहर निकलकर बारिश के पानी से भीगते हैं और मस्ती करते हैं। गर्मियों के दिनों के बाद बारिश में प्राकृतिक बौछार अधिक आनंद देती है। जब बारिश की बूंदे हम पर बरसती हैं तो हम बगीचे में खेलना पसंद करते हैं। हम एक-दूसरे बरसात के दिन अन्य दिनों से बिल्कुल भिन्न होते हैं। बारिश का मौसम काफी अलग और अच्छा महसूस कराता है।
200 शब्दों में Essay on Rainy Day in Hindi इस प्रकार हैः
कई बार बारिश के दिन लोग बाहर घूमना तो कई बार घर में रहना पसंद करते हैं। घर में इस दिन किताब पढ़ने, फिल्म देखने या परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने का एक बेहतरीन अवसर है। यह चिंतन और आत्मनिरीक्षण के लिए भी एक बढ़िया समय है। बच्चों के लिए बारिश में सबसे पसंदीदा काम बारिश के पानी में कागज़ की नाव चलाना है। बारिश सड़क से सारी धूल धो देती है।
बारिश की बूंदों की आवाज़ बहुत सुखदायक और शांत हो सकती है, जिससे यह ध्यान या योग के लिए एक आदर्श समय बन जाता है। अगर इस दिन बाहर घूमने की बात की जाए तो आप बारिश में भीगकर और अच्छा महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा आप इस दिन पौधारोपण कर सकते हैं।
बारिश का दिन अपने साथ कई चुनौतियां भी लेकर आता है। भारी बारिश से बाढ़ आ सकती है और दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है। ऐसे समय में ज़रूरी सावधानी बरतना और सुरक्षित रहना ज़रूरी है। इसके अलावा, इससे फसलों को नुकसान भी हो सकता है और परिवहन और संचार में भी बाधा आ सकती है। इसलिए, हमें भारी बारिश के साथ आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार रहना चाहिए और सुरक्षित रहने के लिए ज़रूरी सावधानी बरतनी चाहिए।
बरसात के दिन पर निबंध 500 शब्दों में
500 शब्दों में Essay on Rainy Day in Hindi इस प्रकार हैः
बरसात के दिन प्रत्येक दिनों की तुलना में बिल्कुल अलग होते हैं। बारिश के दिन आराम करने और सामान्य दिनचर्या से ब्रेक लेने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। लोग घर के अंदर रहना, एक अच्छी किताब पढ़ना, कोई फिल्म देखना या परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताना पसंद करते हैं। हालांकि बारिश का दिन अपने साथ कई चुनौतियां भी लेकर आता है, जिसमें बाढ़ का जोखिम और फसलों और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचना शामिल है। ऐसे समय में ज़रूरी सावधानी बरतना और सुरक्षित रहना ज़रूरी है।
बारिश का दिन अच्छा तो मुझे लगता है और इस दिन मैं दोस्तों के साथ बाहर रहना पसंद करता हूं। हालांकि एक दिन ऐसी बारिश हुई कि मैं बाहर नहीं जा पाया और पूरा दिन अपने परिवार के साथ बिताया। इस दिन मैंने नाश्ता किया। फिर हमने सुबह कैरम बोर्ड गेम खेलते हुए और एक-दूसरे को कहानियां सुनाते हुए और संगीत का आनंद लेते हुए समय बिताया। दोपहर में हमने कुछ कुकीज़ पकाने और तेज आवाज में संगीत सुनने का फैसला किया। बारिश ने माहौल को आरामदायक और सुकून भरा बना दिया, और हम सभी ने एक साथ समय बिताने में संतुष्टि महसूस की।
बारिश के दिनों का आनंद हर उम्र के लोग लेते हैं। बच्चे शायद सबसे ज़्यादा उत्साहित होते हैं। बारिश के दिन सुहावने मौसम के साथ बच्चे खेलने में आनंद लेते हैं। छात्रों के लिए, बारिश का दिन स्कूल से छुट्टी का दिन होता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि बारिश के दिन किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऐसे दिन फसलों के उत्पादन के लिए बहुत ज़रूरी हैं हालांकि कई बार ज्यादा बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक भी होती है।
बारिश का दिन आनंददायक के साथ ही अक्सर नीरस और उदास माना जाता है, लेकिन यह इनडोर गतिविधियों में शामिल होने के लिए अच्छा दिन है। इस दिन अगर आप बाहर हैं तो अपने दोस्तों के साथ घूमकर या बारिश में भीगकर मस्ती कर सकते हैं और अगर घर में हैं तो इस दिन को पेंटिंग, लेखन या शिल्पकला जैसे किसी रचनात्मक काम को समर्पित करने पर विचार कर सकते हैं।
कृत्रिम कृषि तकनीकों की तुलना में वर्षा जल को आम तौर पर प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि यह कृत्रिम सिंचाई विधियों में शामिल अतिरिक्त प्रदूषकों को हटा देता है, जैसे क्लोरीन। हालांकि, एक जटिल कारक है: जब प्रदूषित वातावरण से अम्लीय वर्षा होती है तो यह पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक होती है जिससे वर्षा जल का आशीर्वाद कम हो जाता है।
सबसे खराब स्थिति में बड़ी बाढ़ से घर, उद्योग और निजी जीवन में परेशानियां आती हैं। कई बार भारी बारिश का फसलों के उत्पादन पर भी असर पड़ता है। अचानक आने वाली बाढ़ अधिक खतरनाक मानी जाती है क्योंकि वे उन लोगों को प्रभावित कर सकती है जो या तो इसके लिए तैयार नहीं होते या इसके गंभीर खतरे का गलत अनुमान लगाते हैं।
बारिश उन लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकती है जो बिना उपयुक्त कपड़ों (जैसे रेनकोट, रेन बूट आदि) के बाहर निकलते हैं। वे समस्याओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं होंगे। जब शुष्क मौसम के बाद भारी बारिश होती है,तो भूस्खलन हो सकता है और विनाशकारी हो सकता है।
बारिश का दिन अच्छा हो सकता है और केवल हमारे ऊपर ही निर्भर है कि हम इस दिन क्या करते हैं या चाहते हैं। बारिश के दिन को यादगार और आनंददायक अनुभव में बदलने के कई तरीके हैं और लगभग हम किसी भी उम्रसीमा में हों, इस दिन को यादगार बना सकते हैं।
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बारिश के दिनों का आनंद लेने के कई तरीके हैं। आप अपनी बालकनी में बैठकर मौसम का आनंद लेते हुए चाय की चुस्की ले सकते हैं। इसके अलावा, आप बगीचे या छत पर जाकर नहा सकते हैं।
बारिश के दिन किसानों को सबसे ज़्यादा लाभ पहुंचाते हैं, हालांकि कई बार भारी बारिश फसलों के लिए नुकसानदायक भी होती है। है।
जून या जुलाई से ।
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वर्षा ऋतु निबंध – Rainy Season Essay in Hindi
वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (essay on rainy season in hindi), बरसात का एक दिन। – a rainy day.
- प्रस्तावना,
- वर्षा का आगमन,
- वर्षा के विविध दृश्य,
- एक दिन की घटना,
साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।
प्रस्तावना- भारतवर्ष प्रकृति की रमणीय क्रीड़ास्थली है। प्रकृति के जैसे मनोरम दृश्य भारत में देखने को मिलते हैं, वे संसार के किसी अन्य देश में दुर्लभ हैं। यहाँ छ: ऋतुएँ क्रमश: आती और जाती हैं, जबकि संसार के अन्य किसी भी देश में छः ऋतुएँ नहीं होती हैं। इन छ: ऋतुओं में वर्षा ऋतु अपना विशेष स्थान रखती है। दिनकर जी के शब्दों में-
“है बसन्त ऋतुओं का राजा। वर्षा ऋतुओं की रानी॥”
सन्त वर्षा का आगमन- जेठ का महीना बीत रहा था। ग्रीष्म ऋतु अपने पूर्ण उत्कर्ष पर थी। जेठ की दोपहरी ऐसी तपती थी कि संसार के सभी जीव-जन्तु वृक्षों की छाया में हाँपते हुए समय काटते थे। मनुष्य लूओं से बचने के लिए कहीं अँधेरे घरों में छिप जाना चाहते थे। धीरे-धीरे आया आषाढ़ का पहला दिन, आकाश में बादल दिखाई दिया।
यह वही दिन था जिस दिन कालिदास के प्रिया-विरह से संतप्त यक्ष ने मेघ को अपना दूत बनाया था। धीरे-धीरे आकाश बादलों से ढक गया। किसानों की जान में जान आ गयी। बादलो को देखकर उनकी आँखें ठंडी होने लगीं। एक-दो दिन तक बादल जमते गये।
आखिर बादलों ने धरती की प्यास बुझाई। संसार को चैन मिला। चींटी से लेकर हाथी तक, जड़ से लेकर चेतन तक सभी प्राणिय और वनस्पतियों में नवजीवन का संचार हो गया। चारों ओर हर्षोल्लास छा गया।
वर्षा के विविध दृश्य- वर्षा के विविध दृश्य भी कैसे विचित्र होते हैं? आकाश बादलों से ढका रहता है। कभी-कभी तो कई-कई दिन तक सूर्य के दर्शन नहीं होते। शस्यश्यामला धरती का सौन्दर्य देखते ही बनता है। बादलों को देखकर वन-उपवन में मोर आनन्दमग्न होकर नाचते हैं। नदी-नालों में उफान आ जाता है।
पोखर और सरोवर का पानी सीमा लाँघ जाता है। नदियाँ जल से तटों को डुबाकर घमंड से इतराने लगती हैं। सब ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। मेंढकों की टर्र-टर्र और झींगुरियों की झनकार एक विचित्र समा बाँध देती है।
एक दिन की घटना- वर्षा ऋतु अपने चरम उत्कर्ष पर थी। एक दिन एक विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ। यह था-श्रावण का एक दिन! आकाश बादलों से ढका हुआ था। रात बीती, प्रभात हुआ। सूर्य के तो कई दिनों से दर्शन न हुए थे। प्रभात हो जाने पर भी अंधेरा बढ़ता चला आ रहा था।
घड़ी साढ़े छ: बजा रही थी। हम लोग स्कूल जाने की तैयारी में थे कि अचानक वर्षा आरम्भ हो गयी। मूसलाधार वर्षा, रुकने का नाम नहीं। थोड़ी देर में सब ओर पानी ही पानी हो गया। गलियों और सड़कों पर पानी की नदियाँ सी बह रही थीं। कुछ देर बाद तो हमारे घर में भी पानी भर आया।
सहन में पानी, बरामदे में पानी और फिर कमरों में भी पानी। सारे मुहल्ले में शोर मचा था। लगता था जैसे प्रलय आ जायेगी। तीन घंटे की लगातार वर्षा ने सब ओर त्राहि-त्राहि मचा दी। उस दिन स्कूल जाने की किसी में हिम्मत न थी।
सुबह को जलपान हुआ था तत्पश्चात पोखर की तरह जलपूर्ण रसोई में भोजन बनने का प्रश्न ही नही था। उस दिन लाचारी का व्रत हुआ। दिनभर घरों का पानी उलीचते रहे, घरों की सफाई करते रहे। हाँ, वर्षा रुकने पर हम लोग घर से बाहर निकले और पानी में छप-छप करते फिरे।
बाग में गये, आमों के ढेर लगे थे। खूब छक कर आम खाये। तीसरे पहर घर लौट कर आये। उस समय पानी साफ हो गया था। धूप निकल आयी थी। भोजन तैयार था और मम्मी-पापा मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। सबने भोजन किया। धीरे धीरे सूर्य अस्ताचल पर पहुँच गया। इस प्रकार यह बरसात का दिन बीता। आज भी वह दिन मुझे जब याद आता है, देर तक सोचता रहता हूँ।
उपसंहार- वर्षा भारत के लिए वरदान बनकर आती है। कभी-कभी बाढ़ और तूफानों से यह प्रलय का दृश्य भी उपस्थित कर देती है। प्राय: धन-जन की भी क्षति हो जाती है, तथापि वर्षा के द्वारा ही उस विनाश की क्षतिपूर्ति भी हो जाती है। वर्षा अन्न और जल देने वाली शक्ति है। यह जीवनदायिनी सुन्दर ऋतु है। यही मानव जीवन का आधार है। इसके आते ही बच्चे गा उठते हैं-
“जीवन-धन-सूखदाई लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥ पशु-पक्षी मानव हरषाने। जड़-चेतन की प्यास बुझाने॥ सघन घटाएँ संग में लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥”
वर्षा ऋतु पर निबंध – Rainy Season Essay In Hindi
Rainy Season Essay In Hindi : भारत में प्रमुख छ: ऋतुएं हैं, जिसमें से एक ऋतु वर्षा ऋतु भी है। वर्षा ऋतु को मॉनसून का मौसम भी कहा जाता है, और इस मौसम में भारत के कई हिस्सो में खूब बारिश होती है। इस ऋतु में बारिश के आनंद के साथ-साथ कई तरह के त्यौहार भी आते हैं, जैसे – रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी।
Varsha Ritu की शुरूआत जून महीने से होती है और लगभग सितंबर महीने तक चलती है। यह मौसम सिर्फ इंसानों को नही बल्कि पशु-पक्षियों को भी राहत देता है। वर्षा ऋतु में कई जगहों पर मनोहर दृश्य देखने को मिलते है। इस मौसम में प्रकृति अपने पूरे रंगों में सज जाती है।
वर्षा ऋतु शुरू होते है ही स्कूलों में बच्चों को वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh) लिखने के लिए दिया जाता है। क्योंकि निबंध से बच्चे वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु से उत्पन्न सौंदर्य, और वर्षा ऋतु के लाभ एवं हानि के बारे में जान पाते है। चलिए मैं आपको Varsha Ritu Essay in Hindi लिखने का तरीका बताता हूँ।
वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh)
इस आर्टिकल में, मैं आपको अलग-अलग सीमा पर बरसात के मौसम पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi) लिखकर दूंगा। इस लेख से आप किसी भी कक्षा के लिए Varsha Ritu Par Nibandh लिख सकते है।
वर्षा ऋतु पर निबंध 200 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)
वर्षा ऋतु प्रकृति का एक बहुत बड़ा और अद्भुत उपहार है, क्योंकि इसके बिना धरती पर जीवन संभव नही है। इस ऋतु में आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है, और बिजली चमकने लगती है। इसके बाद धरती पर पानी के फुहारें पड़ने लगते है, जिससे पेड़-पौधे, जीव-जंतु और खेत-खलिहान सभी पानी से तृप्त हो जाते है।
Varsha Ritu का आगमन श्रावण मास से होता है और भाद्रपद मास तक रहती है। इस ऋतु में खेतों में फसलों की बुवाई और रोपाई की जाती है। सभी किसान वर्षा के पानी का भरपूर उपयोग करते हैं, ताकि सुंदर और अच्छी फसल उग सके। इसके अलावा वर्षा के पानी से नदियां और तालाब भी भर जाते हैं।
इस ऋतु के अनेक फायदे हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ नुकसान भी है, जैसे- डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया प्रकार के गंभीर रोग। इसलिए बरसाती मौसम में सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। इसके अलावा वर्षा ऋतु में बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का भी खतरा होता है।
वर्षा ऋतु एक सुंदर और मनमोहक ऋतु है, जिससे पूरी प्रकृति को काफी फायदे मिलेते हैं। Rainy Season Essay In Hindi से हमें इस ऋतु के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है।
वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)
प्रस्तावना.
वर्षा ऋतु भारत की अन्य ऋतुओं में से सबसे अधिक प्रिय ऋतु है। जब बारिश का मौसम आता है तो प्रकृति में अनेक मनोहर बदलाव देखने को मिलते है। यह मौसम हमें जून-जुलाई के समय की तेजी गर्मी से राहत देता है। इस मौसम में बच्चे-बुढ़े सभी आनंदित हो जाते हैं। सच में Rainy Season (बरसात का मौसम) काफी मनमोहक है।
वर्षा ऋतु का आगमन
दुनिया में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समय पर वर्षा ऋतु का आगमन होता है। लेकिन अगर भारत की बाते करें तो भारत में गर्मी के मौसम के बाद यानी जून महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। यह ऋतु लगभग सितंबर महीने तक रहती है।
भारत में वर्षा ऋतु अरब सागर से होते हुए पहले केरल राज्य की ओर बढ़ती है, और फिर उत्तरी भारत की तरफ आती है। वर्षा ऋतु आते ही प्रकृति अपना संकेत देना शुरू कर देती है, और किसान खेती की तैयारीयां शुरू कर देते है।
प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व
Varsha Ritu प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण ऋतु है, क्योंकि इस ऋतु के बिना प्रकृति नष्ट हो जाएगी। बारीश के मौसम की वजह से ही यह प्रकृति जीवित है। यह ऋतु मानव जीवन के साथ-साथ सभी जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि वर्षा ऋतु की वजह से ही पेड़-पौधे जीवत है।
इस वर्षा ऋतु से ही सूखी नदिया और तालाब दोबार भरते है। और सभी जीव-जंतुओं को पानी मिलता है। इसी ऋतु की वजह से फसले उगती है, जिसे खाकर हर जीव-जंतु जीवित रहता है। इसलिए वर्षा ऋतु इस प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
उपसंहार
हम सब जानते है कि जल ही जीवन है, और बिना वर्षा ऋतु के जल का अस्तित्व खतरें में आ जाएगा। और अगर धरती से जल खत्म हो जाए तो पूरी पृथ्वी सुनसान हो जाएगी। मतलब कोई भी जीव-जंतु या पेड-पोधा नही बचेगा। इसलिए हमें प्रकृति को बचाना है और वर्षा ऋतु को संतुलित रखना है।
Varsha Ritu Essay in Hindi से हमें बहुत कुछ जानने को मिलता है।
वर्षा ऋतु पर निबंध 500 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)
बारिश प्रकृति की एक महत्वपूर्ण देन है। जब धरती पर पहली बार बारिश गिरती है तो मिट्टी की अलग ही खुशबू होती है, जिससे सूंघने से मन खुश हो जाता है। गांवों में वर्षा ऋतु के बाद अनेक मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। वर्षा के आने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है।
वर्षा ऋतु क्या है
वर्षा ऋतु को भारत में बरसात का मौसम भी कहा जाता है, क्योंकि इस ऋतु में भारत की कई जगहों पर अच्छी बारिश होती है। यह ऋतु अक्सर जून से सितंबर माह तक रहती है। इस ऋतु में आसमान में काले बादल छा जाते है और बिजली कड़कने लगती है। तेज हवाएं चलती है और फिर बूँद-बूँद बारिश होने होती है।
और जब बारिश धरती पर पहुंचती है तो प्रकृति में एक नई ऊर्जा संचरित होती है, जिससे पेड़-पौधे हरे भरे हो जाते है और फूल खिल जाते है। पक्षी मुधर स्वर निकालते है और बच्चे-बूढ़े सभी वर्षा का आनंद लेते है।
वर्षा ऋतु का महत्व
वर्षा ऋतु प्रकृति और पृथ्वी के हर जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह ऋतु प्रकृति को नयी ऊर्जा देती है जिससे सभी को नया जीवन मिलता है। वर्षा के पानी से ही खेत हरे-भरे होते है। और साथ ही नदियाँ और तालाब भर जाते है, जिससे पशु-पक्षि सभी पानी पीते है।
यह ऋतु तेजी गर्मी के मौसम के बाती है जिससे सभी जीव-जंतुओं को गर्मी से राहत मिलती है, और मौसम ठंडा हो जाता है। इस ऋतु के बाद प्रकृति एक नए मनमोहक रूप में आ जाती है।
वर्षा ऋतु के फायदे और नुकसान
वर्षा ऋतु का सबसे बड़ा फायदा यही है कि यह प्रकृति को नया जीवन देती है। इस ऋतु से फसलों की वुबाई और रोपाई हो पाती है। बारिश से फसले अच्छी होती है और अकाल की संभावना भी कमा होती है। इस ऋतु से पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है। इसके अलावा इस ऋतु से भीषण ग्रमी के बाद मौसम ठंडा भी होता है।
इस ऋतु के लाभ के साथ कुछ हानियां हैं, जैसे- मौसमी रोग (डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि), बाढ़ व भूस्खलन जैसी आपदाएं, बिजली गिरना। आप बारिश के इन नुकसानों से बच भी सकते है, लेकिन इसके लिए आपको सावधानी रखनी होगी।
वर्षा ऋतु सभी जीव-जंतु के लिए आनंद और उत्साह का सूचक है। इस ऋतु के आगमन से प्रकृति में भी अनेक मनमोहक बदलाव देखने को मिलते है। यह ऋतु केवल मानव जाति नही बल्कि सभी जीव-जंतु पेड़-पौधे में नई ऊर्जा का संचार कर देती है।
Varsha Ritu बहुत ही महत्वपूर्ण ऋतु है क्योंकि इस ऋतु के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। बारिश के मौसम में प्रकृति का एक नया रूप देखने को मिलता है। Rainy Season Essay In Hindi में समझना काफी महत्वपूर्ण है।
वर्षा ऋतु पर निबंध 1000 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)
वर्षा ऋतु भारत की 6 ऋतुओं में से एक लोकप्रिय ऋतु है, जिसका आगमन मई महीने में होने लग जाता है, और यह ऋतु सितंबर महीने तक चलती है। पृथ्वी के अलग-अलग जगहों पर वर्षा ऋतु का आगमन अलग-अलग समय पर होता है।
यह ऋतु गर्मी के मौसम के बाद आती है और सभी जगह ठंडक कर देती है, इसलिए मौसम का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। यह ऋतु हमें गर्मी से राहत देती है और साथ ही हमें एक अलग तरह का उत्साह भी देती है। बरसात के मौसम का आनंद बच्चे से बूढ़े तक सभी लोग लेते है।
इस Rainy Season Essay In Hindi में वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार, और इसके फायदे एवं नुकसान के बारे में बताया है।
वर्षा ऋतु के आगमन का समय
भारत देश में, वर्षा ऋतु जून महीने से शुरू होती है और सितंबर महीने तक चलती है। यह ऋतु हमारे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन से शुरू होती है। मानसून, मौसमी हवाएं है जो हिंद महासागर से आर्द्र हवा लाती है। यह आर्द्र हवा भारत के तटीय क्षैत्रो में आती है और फिर उत्तर की ओर चली जाती है।
वर्षा ऋतु के आगमन पर पूरा मौसम ठंडा और आर्द्र हो जाता है। बारिश के मौसम में भारत के अनेक जगहों पर भारी और लगातार बारिश होती है। भारत में यह बारिश कुछ जगहों पर कम होती है तो कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा होती है। और कुछ जगहों पर मौसम कुछ महीने तक गीला ही रहता है।
वर्षा कैसे होती है
वर्षा संघनन प्रकार की एक प्रक्रिया द्वारा बनती है। जब वायु में मौजूद जलवाष्प ठंडी होकर पानी की बूंदो या बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाती है, तो इसे संघनन कहा जाता है। और फिर यह पानी की बूंदे बादलों का रूप लेती है।
वर्षा का निर्माण कुछ इस प्रकार होता है:
1. सबसे पहले धरती का जल सूर्य की गर्मी से गर्म होकर जलवाष्प में बदलता है और फिर यह जलवाष्प ऊपर की तरफ जाती है।
2. जब जलवाष्प ऊपर जाती है तो वायु का तापमान धीरे-धीरे कम होता है। और फिर कम तापमान से जलवाष्प संघनित हो जाती है। इसके बाद पानी की बूदें बादलों में एकत्रित हो जाती है।
3. इसके बाद जब बादल भारी हो जाते है तो यह टूटते है, जिससे पानी की बूंधे धरती पर गिरती है। कभी-कभी बादल एक-दूसरे से टकराकर भी बारिश के रूप बरसते है।
4. वर्षा का पानी दोबार सूर्य की गर्मी से वाष्प में बदलता है। और फिर यह वापिस एक चक्र के रूप में चलता रहता है।
वर्षा ऋतु में प्रकृति का सौंदर्य
वर्षा ऋतु के समय प्रकृति का सौंदर्य कई गुना अधिक बढ़ जाता है। इस ऋतु के आगमने के बाद प्रकृति में एक नयी ऊर्जा भर जाती है। इस ऋतु में पेड़-पौधे हर-भरे हो जाते है। इनके पत्ते नए और चमकीले हो जाते है। सभी फूल खिल जाते है और वातारण में सुगंद फैल जाती है।
इस ऋतु में पूरा आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है और मौसम ठंडा होने लग जाता है। और जब बारिश होती है तो धरती सुगंधित हो जाती है। हवाओं में एक अलग ही खुशबु फैल जाती है, जो मन को काफी खुश करती है।
बारिश से सभी सड़के, उद्यान और खेल के मैदान आदि जलमग्न हो जाते है। इससे सभी तालाब और नदिया भर जाती है, जिसका फायदा सभी जीवों को मिलता है।
वर्षा ऋतु का महत्व प्रकृति के लिए काफी ज्यादा होता है। क्योंकि जब वर्षा ऋतु आती है तो प्रकृति में नयी ऊर्जा से नवजीवन का संचार होता है। इस ऊर्जा पर सभी जीव-जंतु और पैड़-पौधे आश्रित होते हैं।
किसानों के लिए इस ऋतु का महत्व बहुत ज्यादा है, क्योंकि किसान इसी ऋतु में फसलों की बुवाई और रोपाई करते है। इससे फसले काफी अच्छी उगती है और अकाल की संभावना भी कम हो जाती है।
यह ऋतु पशु-पशी और जीव-जंतु के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस ऋतु में नदियां और तालाब भर जाते है। जिससे सभी जीव पानी पीते है और अपनी प्यास बुझाते है। इसके अलावा बरसात के मौसम की वजह से मौसम ठंडा हो जाता है और लोगों गर्मी से राहत मिलती है।
वर्षा ऋतु के फायदे या लाभ
वर्षा ऋतु से हमें कई लाभ मिलते हैं, जैसे-
- प्रकृति को एक नया जीवन मिलता है, जिससे वातावरण स्वच्छ और ताजा हो जाता है।
- बरसात से अच्छी फसले उगती है और अकाल की समस्या खत्म हो जाती है।
- वर्षा ऋतु से भूमि में नमी रहती है, और इससे भूमि उपजाऊ बनती है।
- बारिश के पानी से नदिया और तालाब भर जाते हैं, जिससे पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है।
- तेज गर्मी के मौसम के बाद जब वर्षा ऋतु आती है तो मौसम पूरा ठंडा हो जाता है और लोगों को गर्मी से राहत मिलती है।
इस तरह वर्षा ऋतु के अनेक फायदे हैं।
वर्षा ऋतु के नुकसान और इसके उपाय
वर्षा ऋतु के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है। ये नुकसान निम्नलिखित प्रकार से हैं-
- बारिश की वजह से मौसमी रोग फैलते हैं, जैसे- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि।
- तेजी बारिश से कई बार बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएँ भी आती हैं।
- अधिक बारिश होने से कई बार फसले खराब हो जाती है।
- बारिश की वजह से जगह-जगह पर कीचड़ भी होता है।
- बारिश के मौसम में बिजली गिरने का भी खतरा रहता है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।
वर्षा ऋतु के ये कुछ नुकसान है, लेकिन इस ऋतु में सावधानी रखकर इन नुकसान से बचा जा सकता है। बारिश के मौसम में हम छाता या रेनकोट का इस्तेमाल करके और घर के आसपास पानी को जमा न होने देकर बीमारियों से बच सकते है।
बाढ़ व भूस्खलन से बचने के लिए संभावित क्षैत्रों से दूर रहना चाहिए, और चेतावनी मिलने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। इसके अलावा बिज़ली से बचने के लिए हमें तेजी बारिश के दोरान घर से बाहर नही निकलना चाहिए। और घर से बाहर निकलना आवश्यक हो तो गीले स्थानों से बचकर चलना चाहिए।
वर्षा ऋतु के समय आने वाले त्यौहार
वर्षा ऋतु के दौरान भारत में कई तरह के त्यौहार मनाते जाते हैं, जो मई से सितंबर के बीच जाते हैं। ये त्योहार निम्नलिखित हैं- होली, बसंत पंचमी, राम नवमी, हरियाली तीज, और रक्षाबंधन। हालांकि इसके अलावा और भी अन्य त्यौहार मनाते जाते हैं, जो अलग-अलग धर्मों और समुदायों में मनाए जाते है।
वर्षा ऋतु इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिना वर्षा के पृथ्वी पर पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा। इस ऋतु का प्रभाव हमारी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है, क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि के लिए बारिश बहुत जरूरी है। इसलिए हम सभी को बारिश के पानी का सदुपयोग करना चाहिए और पर्यावरण को प्रदुषण से बचाए रखना होगा।
उम्मीद है कि Varsha Ritu Essay in Hindi , आपके लिए काफी फायदेमंद रहा होगा।
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वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay on Rainy Season in Hindi 100, 150, 200, 250, 300 words
by Meenu Saini | Dec 12, 2023 | General | 0 comments
Hindi Essay and Paragraph Writing – Rainy Season (वर्षा ऋतु) for classes 1 to 12
वर्षा ऋतु पर निबंध – इस लेख में हम वर्षा ऋतु कब होती है, वर्षा ऋतु का महत्व, वर्षा ऋतु से क्या लाभ है के बारे में जानेंगे। भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक वर्षा ऋतु है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। वर्षा होने से ही किसानों के लिए खेती हेतु पानी मिलता है और फसलें विकसित होती हैं। वर्षा होने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है। अक्सर स्टूडेंट्स से असाइनमेंट के तौर या परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध पूछ लिया जाता है। इस पोस्ट में वर्षा ऋतु पर कक्षा 1 से 12 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में अनुच्छेद दिए गए हैं।
- वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 lines
- वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में
- वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 4 और 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में
- वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 6, 7 और 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में
- वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 250 से 300 शब्दों में
वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 lines on Rainy Season in Hindi
- वर्षा ऋतु भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है।
- वर्षा ऋतु का आगमन ग्रीष्म ऋतु के बाद होता है।
- आषाढ़, सावन, भादो और आश्विन (जून से लेकर सितंबर तक) चार महीने वर्षा ऋतु के होते हैं।
- वर्षा ऋतु के आगमन से लोगो को गर्मी से राहत मिलती है।
- वर्षा ऋतु से भूमि का जल स्तर वापस से सामान्य होता है।
- वर्षा ऋतु से कृषि में फसलों की सिंचाई में मदद मिलती है।
- वर्षा ऋतु के दौरान सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है और भूमि से नए-नए पौधे उगते है।
- वर्षा ऋतु में नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि वर्षा के जल से भर जाते हैं।
- वर्षा ऋतु का मौसम बहुत ही सुहावना और आनंद दायक होता है।
- वसंत ऋतु यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी होती है।
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Short Essay on Rainy Season in Hindi वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में
वर्षा ऋतु पर निबंध – वर्षा ऋतु भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक है। पूरे भारत में वर्षा ऋतु की शुरुआत गर्मी के बाद जुलाई से होकर सितम्बर तक चलती है। ये ऋतु असहनीय गर्मी से परेशान हो रहे जीव-जन्तु, लोग आदि के लिए एक राहत की फुहार लेकर आती है और सभी के लिए पूरे वातावरण को खुशनुमा बना देती है।
वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में
गर्मी ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर चार महीने वर्षा ऋतु के हैं। इस ऋतु के दौरान बादल गरजते हैं, बिजली कड़कती है, और फिर वर्षा होती है। पानी बरसने की रिमझिम आवाज बहुत अच्छी लगती है। वर्षा के कारण चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। बागों में मोर नाचते हैं और कोयल कूकती है। किसान खेती के काम में जुट जाते हैं। वर्षा के जल से नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि सब भर जाते हैं। रात्रि में वर्षा के कारण घना अंधकार हो जाता है। जिसके कारण चांद और तारे दिखाई नहीं पड़ते है।
वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 4, 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में
वर्षा ऋतु, जो ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है, भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है। यह ऋतु पर्यावरण में अनेक प्रकार के परिवर्तन लाती है। यह जून-जुलाई की भीषण गर्मी से राहत देती है, क्योंकि इस मौसम में भारी वर्षा होती है। जिसके कारण वातावरण का तापमान कुछ हद तक गिर जाता है, जिससे सभी को गर्मी से राहत मिलती है। वृक्षों में नए पत्ते और फूल आने लगते हैं। खेत खलियान हरे-भरे हो जाते हैं। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। जैसे-जैसे तापमान घटता है, मौसम और भी सुहावना हो जाता है। इस मौसम में अच्छी वर्षा होती है, तो फसलें अच्छी हो जाती है। पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। तालाब, नदी, नालों में पानी भर जाता है जो सारे वर्ष मनुष्यों के काम आता है। ग्रीष्म का प्रचंड ताप दूर हो जाता है। ऋतु सुखद और स्वास्थ्यवर्धक हो जाती है।
वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में
वर्षा ऋतु साल का एक अनमोल समय है जो आनंद, राहत और ताजगी लाता है। इसके आगमन से मौसम में बदलाव का संकेत मिलता है, क्योंकि प्रकृति खुद को फिर से जीवंत कर लेती है। साथ ही यह पिछले गर्मी के महीनों में पड़ने वाली चिलचिलाती गर्मी से राहत देती है। जैसे ही पहली बारिश की बूंदे आसमान से गिरती है, हवा में तुरंत राहत और ताजगी का एहसास होता है। तापमान में गिरावट आ जाती है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वृक्ष धुल जाते है, वायु में शीतलता छा जाती है, सभी प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। वनों, पहाड़ों, घाटियों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्र गुनी हो जाती है। खेतों में मकई, ज्वार, बाजरा, तिल और धान की फसलें लहलहा जाती हैं। सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है। इसके अलावा, इस ऋतु में खुशी में मोर भी अपने खूबसूरत रंग-बिरंगे पंख फैला कर नाचने लगता है, मेंढक भी टरटराने लगता है। चारों तरफ हरे-भरे घास उग आते हैं, जिससे पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। इस ऋतु के कारण पानी के हर एक स्रोत में पानी का स्तर बढ़ जाता है। नदी नाले, कुंए सब में पानी भर जाता है। लोग पके हुए आम को खाने का आनंद लेते हैं। कुल मिलाकर, बरसात का मौसम एक बहुप्रतीक्षित अवधि है जो अपने साथ जीवन और प्रेरणा का एक नया एहसास लेकर आती है।
वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 300 शब्दों में
मनमोहिनी प्रकृति के अनेक रूप हैं। अपने इन रूपों से वह मानव मन को हर्षित करती है, उमंग से भर देती है और नवीन स्फूर्ति से प्रेरित करती है। प्रकृति के इन रूपों में वर्षा ऋतु का रूप विशेष आनंदप्रद और मनभावन है। वसन्त यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी है। वर्षा ऋतु को ‘चौमासा’ भी कहते हैं; क्योंकि इसका आरम्भ आषाढ़ मास में हो जाता है और यह आश्विन तक रहती है। जिस प्रकार कठिन तपस्या, कठोर संयम तथा त्याग से किसी व्यक्ति को महत्ता और गौरव आदि प्राप्त होते हैं, उसी प्रकार वसुंधरा ग्रीष्म सूर्य के असह्य ताप को सहन कर इस ऋतु को प्राप्त करती है। जब संसार के प्राणी ग्रीष्म ऋतु की विकरालता से व्यथित हो, आकाश की ओर टकटकी लगाकर बादलों के दर्शनों के लिए तड़पते हैं; तब प्राणियों की व्यथा से दुःखी बादल की गर्जना सुनाई पड़ती है। आँधी के साथ-साथ बड़ी-बड़ी बूंदे टप-टप करके गिरने लगती है और बड़े जोर से मेघ बरसने लगता है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। कभी नन्ही-नन्ही बौछार पड़ती है तो कभी घनघोर वर्षा होती है। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। जिधर देखो उधर ही हरी मखमल जैसे कोमल घास से आच्छादित पृथ्वी दृष्टिगोचर होती है। वर्षा ऋतु में पपीहे की ‘पी-पी’ और मोर का नाच वरबस हृदय को आकृष्ट कर लेते हैं। वनों, पहाड़ों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्रगुणी हो जाती है। खेतों में लगी फसलें लहलहा जाती हैं। वर्षा में रात्रि का अन्धकार घना हो जाता है। चंद्रमा और तारे दिखाई नहीं पड़ते। जब वर्षा की झड़ी लगती है और घनघोर घटाएँ उमड़-उमड़ कर आकाश में छा जाती हैं, यह ऋतु प्रत्येक के हृदय में मस्ती, उमंग और आनन्दमयी स्फूर्ति का संचार कर देती है। ऐसी सुन्दर सुखद वर्षा-ऋतु भी कुछ दोषों का कारण होती है। वर्षा के कारण अनेक विषैले कीड़े-मकोड़े उत्पन्न हो जाते हैं, जो मनुष्यों को बड़ी हानियाँ पहुंचाते हैं। इसी प्रकार बाढ़ आने से नदियों का रूप उग्र और भयंकर हो जाता है। इसके कारण फसलें नष्ट हो जाती हैं। फिर भी यह ऋतु आनन्द और अन्त-धन से समृद्ध करने के कारण स्वागत योग्य है।
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वर्षा ऋतु पर निबंध – सरल शब्दों में | Essay on Rainy Season in Hindi
क्या आप वर्षा ऋतु पर निबंध लिखना चाहते हैं? अगर आप ढूंढ रहे हैं Essay on Rainy Season in Hindi तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में हम आपके लिए बरसात के मौसम पर short essay लेकर आये हैं जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं। हमें उम्मीद है आपको ये वर्षा ऋतु के बारे में निबंध पसंद आयेंगे। आप इस निबंध को स्कूल-कॉलेज या प्रतियोगिता आदि में लिख सकते हैं।
वर्षा ऋतु पर निबंध – 100 शब्दों में | Short Essay on Rainy Season in Hindi
मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है। यह हर वर्ष जुलाई के महीने में आता है और हमें मई जून की तपती गर्मी से राहत देता है। यह मौसम जुलाई से सितम्बर तक तीन महीने तक रहता है। जब बारिश होती है तो सूखे हुए पेड़-पौधे फिर से हरे-भरे हो जाते हैं।
इस मौसम में हम मीठे-मीठे आम को खाने का आनंद लेते हैं। साथ ही इस ऋतु में हम सभी भारतीय कई सारे त्यौहार जैसे रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश पूजा, ईद-उल-जुहा, मुहर्रम आदि को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। इसके अलावा लम्बी छुट्टी के बाद इसी महीने में हमारी स्कूल फिर से शुरू होती है। नये कॉपी-किताबों के साथ हम बड़े उत्साह से नई कक्षा में प्रवेश लेते हैं।
Varsha Ritu Par Nibandh – 250 शब्द
मई-जून की तपती हुई गर्मी को शांत करने के लिए हमारे देश में जुलाई महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। बरसात का यह मौसम पेड़, पौधे, मनुष्य तथा सम्पूर्ण जीव जगत में एक नया उत्साह पैदा कर देती है।
गर्मी से सूखे हुए पेड़ फिर से हरे-भरे हो जाते हैं, तपती हुई धरती में जब पानी की बूँदें पड़ती हैं तो बंजर खाली जमीन में घास और नये पौधे निकल आते हैं।
किसानो के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नही है। गर्मी के मौसम में सारे खेत-खलिहान सूख जाते हैं। नदी-तालाबों, कुओं और सभी जल स्त्रोतों में पानी की कमी हो जाती है ऐसे में किसान फसल नही उगा सकते इसलिए उन्हें बरसात के मौसम का इन्तजार रहता है ताकि खेती करके अच्छी फसल उगा सकें और साल भर के लिए अनाज का प्रबंध कर सकें।
वर्षा ऋतु का महत्त्व
सभी ऋतुओं में वर्षा ऋतु का अपना एक अलग महत्व है। जैसा की हम सब को पता है की जल के बिना जीवन सम्भव नही है, अगर बरसात नही होगी तो पानी की कमी हो जाएगी और अकाल भी पड़ सकता है इससे जन-जीवन पर बहुत ही बुरा असर पड़ सकता है।
हमारा देश कृषि प्रधान देश है, और बिना वर्षा के खेती करना बहुत मुश्किल है। यही वजह है की जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो किसान खुश हो जाते हैं क्योंकि इससे खेतों पर पानी की कमी पूरी हो जाती है।
वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी कहा गया है। वर्षा ऋतु के अपने फायदे भी हैं तो कुछ नुकसान भी जैसे इस मौसम में मच्छर, कीड़े-मकोड़े आदि भी पैदा होते हैं और बीमारियाँ फैलने का खतरा भी रहता है। अधिक वर्षा होने पर बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन इन सब के बावजूद यह ऋतु सम्पूर्ण जीव जगत के लिए जीवनदायिनी है।
वर्षा ऋतु पर निबंध – 300 शब्द
भारत में ग्रीष्म ऋतु की चिलचिलाती हुई गर्मी जून तक रहती है, इसके बाद वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है और यह सुहाना मौसम सितम्बर रहता है। वर्षा की फुहारें बेहद आनंददायक और सुकून देने वाली होती हैं। इंसानों से लेकर हर जीव जंतु तो इस मौसम का इंतजार रहता है।
इस मौसम में बादलों में काली-भूरी घटायें छा जाती हैं और जब मौसम साफ़ हो जाता है तो पूरा आसमान नीला और मनमोहक दिखाई देने लगता है। और हाँ इन्द्रधनुष को हम कैसे भूल सकते हैं, सात रंगों वाला यह मनमोहक दृश्य सिर्फ सिर्फ इसी मौसम में ही तो दिखाई देते हैं। पूरी धरती हरी-भरी हो जाती है, मिटटी से सौंधी-सौंधी खुशबू, पक्षियों की चहचाहट मन मोह लेती हैं।
वर्षा ऋतु की विशेषताएं
खेती करने लिए बरसात का मौसम ही अनुकूल होता है क्योंकि गर्मी में जल स्तर कम होने और जलाशय के सूखने के बाद इसी ऋतू में सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध हो पाता है। वर्षा ऋतू सिर्फ इंसानों के लिए ही फायदेमंद नही है इससे सूखे हुए पेड़-पौधों और गर्मी से व्याकुल पशु पक्षियों में भी नई जान आ जाती है।
इस मौसम में जंगलों का नजारा बेहद अनोखा होता है, आपने मयूर के बारे में तो सुना ही होगा काले बादल जब छाते हैं तो ये अपने खूबसूरत पंखों को फैलाकर नृत्य करते हैं, गर्मी में बेहाल और प्यासे जानवर पहली बारिश से ही राहत महसूस करते हैं।
वर्षा ऋतु से लाभ और हानि
वर्षा ऋतु में खेतों में हरियाली आ जाती है, बीजों से अंकुरण निकल आता है, किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। धरती का जल स्तर भी बढ़ जाता है इससे पानी की कम दूर हो जाती है। अगर वर्षा ऋतु न आये तो हमारे पास अनाज की कमी हो जाएगी जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जायेगा।
बेशक वर्षा ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है, लेकिन फायदों के साथ-साथ इस मौसम के कुछ नुकसान भी हैं। अत्यधिक बारिश होने से बाढ़ आ सकता है नदी नालों में उफान आ जाता है। गावों से लेकर शहर तक जलमग्न हो सकते हैं इससे जानमाल की बहुत हानि होती है।
वर्षा ऋतु पर निबंध -400 शब्द | Essay on Rainy Season in Hindi
भारत में छः ऋतुएं आती हैं जिनमे से वर्षा ऋतु का अपना एक खास महत्त्व होता है। वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है। हमारे देश में वर्षा ऋतु का समय जुलाई से सितम्बर तक होता है।
मुख्य रूप से सावन का महिना ऐसा समय होता है जब मानसून सबसे अधिक सक्रिय हो जाता है। जून की झुलसा देने वाली गर्मी और गर्म हवाओं से राहत तभी मिलती है जब वर्षा की फुहारें धरती पर पड़ती हैं। धरती की प्यास बुझ जाती है, सूखे हुए पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है, तालाब, नदी नाले और जलाशय पानी से भर जाते हैं।
बरसात का मौसम जब आता है तो चारो ओर हरियाली छा जाती है, चिड़िया चहचहाने लगते हैं, मेंढक टर्राने लगते हैं, जंगली-जानवर भी चैन की सांस लेते हैं मानो सभी जीव-जंतुओं को इसी मौसम का बेसब्री से इन्तजार रहता है। पपीहे की पीहू-पीहू बहुत ही प्यारी लगती है, रात में जुगनू भी दिखाई देते हैं और झींगुर की झंकार भी सुने देती है ऐसा लगता है मानो सम्पूर्ण प्रकृति बोल उठी हो।
वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार
वर्षा ऋतु तीज-त्योहारों का भी मौसम है इस समय भारत में कई सारे त्यौहार मनाये जाते हैं जैसे:
- रक्षाबंधन – यह भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है।
- तीज – यह हिन्दू महिलाओं द्वारा अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत है।
- जन्माष्टमी – कृष्ण जन्मोत्सव का यह त्यौहार हिन्दुओ द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है।
- श्री कृष्ण जयंती – यह भी समूर्ण भारत में मनाया जाता है।
- ईद उल जुहा – यह मुसलमानों का एक प्रमुख त्यौहार है।
- प्रकाश वर्ष – पंजाब में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
- मुहर्रम – यह सिया मुस्लिमों का प्रमुख त्योहार है।
- ओणम – यह केरल का प्रमुख त्योहार है।
- गणेश पूजा – इसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।
वर्षा ऋतु के लाभ
- ग्रीष्म ऋतु की असहनीय गर्मी को कम करता है और वातावरण में ठंडक आ जाती है।
- खेती के लिए अनुकूल मौसम बनता है और किसानो को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता है।
- सूखे हुए नदी-नाले, तालाब और पोखर पानी से भर जाते हैं।
- वर्षा जल का संचयन करके पूरे वर्ष के लिए पानी बचाया जा सकता है।
- भू-जल स्तर में भी सुधार होता है।
- पर्यावरण हरा-भरा हो जाता है।
- गाय-भैंस और जानवरों के लिए हरे चारे का प्रबंध हो जाता है।
वर्षा ऋतु से हानि
- मिटटी गीली हो जाती है जिससे कीचड और गन्दगी फ़ैल जाती है।
- अधिक बारिश से आवागमन में परेशानी होती है।
- बाढ़ का खतरा रहता है।
- संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है।
- छोटे-छोटे गड्ढों में पानी जमा हो जाते हैं जहाँ मच्छर पैदा हो जाते हैं।
आपको यह वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi) कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। वर्षा ऋतु पर निबंध for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5 से class 10 तक के बच्चे इसे लिख सकते हैं। हमने इस आर्टिकल में वर्षा पर 100 शब्द से 400 शब्दों में निबंध लिखें हैं और ये आपके जरुरत के अनुसार अलग-अलग परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं में आपके काम आ सकते हैं।
- सभी ऋतुओं के नाम
- ग्रीष्म ऋतु पर निबंध
- 10 Lines on Winter Season in Hindi
- 10 lines on spring season in Hindi
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वसंत ऋतु पर 10 वाक्य – 10 lines on spring season in Hindi
It was an incredible essay. Especially, I like the essay on vasra ritu in 250 words.
Thank you Piyush
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बरसात के मौसम पर निबंध 10 lines 100, 150, 200, 250, 300, 500, शब्दों मे (Short Essay on Rainy Season in Hindi)
बरसात के मौसम पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi ) – भारत बारिश के मौसम के लिए जाना जाता है। हमारे देश का अधिकांश भाग उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में पड़ता है। इसका मतलब है कि हम एक उष्णकटिबंधीय मौसम का आनंद लेते हैं जहां दक्षिण-पश्चिम हवाएं जून से सितंबर तक बादलों को नीचे ले जाती हैं। मेरे शहर में इस मौसम में मूसलाधार बारिश होती है। यह मौसम भारत के विभिन्न स्थानों में अलग-अलग व्यवहार करता है। राजस्थान में सबसे कम बारिश होती है जबकि मेघालय में हर साल सबसे ज्यादा बारिश होती है। यह सब हमारे देश की स्थलाकृति पर निर्भर करता है।
हिमालय पर्वतमाला नमी युक्त हवाओं को रोककर बादलों में बदल देती है। फिर ये बादल अपने आशीर्वाद की वर्षा करने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करते हैं। महासागरों से मानसूनी हवाएँ विभिन्न राज्यों में पहुँचती हैं और अन्य राज्यों में वर्षा के रूप में पानी का भार बहाती हैं।
Rainy Season Essay in Hindi – हम हर साल 3 से 4 महीने बारिश के मौसम का आनंद लेते हैं। आकाश में भारी बादल तब बनते हैं जब दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाएँ समुद्र से बहुत अधिक नमी लेकर आक्रमण करती हैं। तापमान कम होने से ये बादल भारी होने लगते हैं। एक बार बढ़े हुए भार के कारण बादलों की गति धीमी हो जाती है, वर्षा की बूंदें बनती हैं और आकाश से बौछारें पड़ती हैं। ठंडी हवा और बारिश हमारे वातावरण को काफी सुखद बना देती है।
काले बादल और बिजली भारी वर्षा के प्रतीक हैं। भारत में तूफान भी काफी आम हैं। हमारे विविध भू-आकृतियों और विशाल क्षेत्र के कारण वर्षा ऋतु का व्यवहार भी विविध है। हमने सीखा है कि बारिश के पानी का संचयन कैसे किया जाता है और सूखे से कैसे निपटा जाता है। गाँव और शहर यह भी सीख रहे हैं कि इसे कैसे काटा जाए और भविष्य में उपयोग के लिए इसका पुनर्चक्रण कैसे किया जाए और पृथ्वी में जल स्तर को स्वाभाविक रूप से बढ़ाया जाए।
हमारे गांवों में बारिश का मौसम आने से पहले ही किसान खेतों में काम करना शुरू कर देते हैं। प्राकृतिक जल आपूर्ति का उपयोग करते हुए, किसान अपनी भूमि की सिंचाई करते हैं और इस मौसम के लिए प्रासंगिक विभिन्न फसलें उगाते हैं। बारिश हमारे तालाबों, नदियों और नालों को भर देती है। यह भी बस जाता है और भूमिगत मीठे पानी के भंडार को बढ़ाता है। इस मीठे पानी के भंडार का उपयोग शेष वर्ष के लिए पीने और सिंचाई के स्रोत के रूप में किया जाता है। भारत में उत्तरी और दक्षिणी राज्यों का एक बड़ा हिस्सा विभिन्न फसलों और सब्जियों को उगाने के लिए बारिश के मौसम को पसंद करता है।
Rainy Season Essay in Hindi – मेरा शहर काफी खूबसूरत और सुकून देने वाला है। गर्मी के गर्म उदास दिनों के बाद, बारिश का मौसम आता है और मेरे शहर की धूल भरी नज़र को हटा देता है। पेड़ जब अपने पत्तों को साफ धोते हैं तो वे बहुत खुश लगते हैं। वातावरण हरा भरा और सुखद हो जाता है। अत्यधिक वर्षा भी जलजमाव का कारण बनती है। नगर निगम इस जमा पानी की देखभाल करता है और पंपों का उपयोग करके इसे बाहर निकालता है। प्राकृतिक जल भंडारों के अत्यधिक निर्माण और डंपिंग के कारण इन दिनों जलजमाव आम है।
बारिश का मौसम हमारी फसलों के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह आसपास की वनस्पतियों को भी स्वस्थ रखता है और इस प्रकार इसके साथ रहने वाले जीवों की देखभाल करता है। इसके बिना हमारा ग्रह बंजर हो जाएगा। जैसा हम अपने आसपास देखते हैं, जीवन नहीं बचेगा। बरसात के मौसम की शुरुआत ताजगी और मन की शांति लाती है। गर्मी के दिनों में हम सभी इसका बेसब्री से इंतजार करते हैं। बाहर खेलने वाले बच्चे के लिए बरसात का दिन हमेशा सबसे रोमांचक दिन होता है। आसमान में आपको इंद्रधनुष भी काफी अद्भुत देखने को मिलेंगे।
बरसात के मौसम पर निबंध 10 पंक्तियाँ (Rainy Season Essay 10 lines in Hindi)
- 1) बरसात का मौसम मानसून का मौसम है जो जून के महीने में शुरू होता है और सितंबर तक रहता है।
- 2) वर्षा ऋतु भारत के दक्षिणी भाग में दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवा के आगमन के साथ शुरू होती है।
- 3) जुलाई और अगस्त बरसात के मौसम में सबसे अधिक वर्षा वाले महीने होते हैं।
- 4) बरसात के मौसम में ठंडी हवा और बारिश की फुहारों के साथ बहुत सुखद मौसम होता है।
- 5) बरसात के मौसम में पौधे, पेड़ और घास बहुत हरे और आकर्षक लगते हैं।
- 6) बरसात के मौसम में तालाबों, नदियों और नालों में वर्षा का भरपूर पानी मिलता है।
- 7) बरसात के मौसम में भारी बारिश की फुहारों से वातावरण स्वच्छ और ताजा हो जाता है।
- 8) बरसात के मौसम में काले बादल और बिजली गिरना बहुत आम है।
- 9) बारिश का मौसम फसलों की अच्छी खेती के लिए आवश्यक वर्षा जल उपलब्ध कराकर किसानों की मदद करता है।
- 10) बारिश का मौसम हमें पौधों और पेड़ों से विभिन्न प्रकार के फल, फूल और सब्जियां देता है।
बरसात के मौसम पर निबंध 20 लाइनें (Rainy Season Essay 20 lines in Hindi)
- 1) बरसात का मौसम जिसे गीला मौसम भी कहा जाता है, वह मौसम है जब किसी क्षेत्र में सबसे अधिक वार्षिक वर्षा होती है।
- 2) आमतौर पर बारिश का मौसम भौगोलिक स्थिति के आधार पर कुछ महीनों तक रहता है।
- 3) मध्यम जलवायु और ठंडी फुहारों के कारण बारिश का मौसम सबसे सुखद मौसम होता है।
- 4) बरसात के मौसम में वायु की गुणवत्ता में सुधार होता है क्योंकि हवा में अशुद्धियाँ गिरती हुई बारिश के साथ मिल जाती हैं।
- 5) बरसात का मौसम क्षेत्र की वनस्पतियों और अन्य वनस्पतियों के लिए अच्छा होता है।
- 6) बरसात का मौसम पृथ्वी पर जीवन को फिर से भर देता है, जिससे अगली गर्मियों में जाने के लिए पर्याप्त पानी मिलता है।
- 7) बरसात का मौसम अनियमित अंतराल पर बारिश की शुरुआती बारिश के साथ शुरू होता है।
- 8) चरम बरसात के मौसम में, आकाश काले बादलों से ढका होता है और घंटों तक लगातार बारिश होती है।
- 9) विश्व के कुछ क्षेत्रों में वर्षा ऋतु को मानसून के नाम से जाना जाता है।
- 10) मानसून दुनिया भर में कृषि-संचालित अर्थव्यवस्थाओं के लिए खुशी लाता है।
- 11) वर्षा ऋतु वर्ष का वह मौसम है जिसमें नियमित रूप से कई दिनों तक वर्षा होती है।
- 12) किसी क्षेत्र में वनस्पतियों और जीवों के साथ-साथ कृषि गतिविधियों के लिए वर्षा ऋतु बहुत आवश्यक है।
- 13) बरसात का मौसम मनुष्यों द्वारा सबसे अधिक प्रतीक्षित मौसम है, खासकर उन किसानों की जिनकी फसल बारिश पर निर्भर करती है।
- 14) कभी-कभी बारिश के मौसम में लगातार बारिश के कारण बाढ़ आ सकती है।
- 15) बारिश का मौसम पृथ्वी पर जीवन के लिए आशा लेकर आता है, जो कठोर जलवायु परिस्थितियों का सामना कर रहा था।
- 16) बरसात का मौसम दिन और रात के बीच तापमान में उतार-चढ़ाव भी लाता है।
- 17) कई मीठे पानी के संसाधन पूरी तरह से अपनी पानी की आपूर्ति के लिए बारिश के मौसम पर निर्भर करते हैं।
- 18) एक कमजोर या अप्रभावी वर्षा ऋतु एक स्थान पर वनस्पतियों, जीवों और कृषि के लिए कहर बरपा सकती है।
- 19) भारत में बारिश का मौसम जून के महीने में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होता है।
- 20) भारत में वर्षा ऋतु जून से सितंबर तक लगभग चार महीने तक चलती है।
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बरसात के मौसम पर लघु निबंध (Short Essay on Rainy Season in Hindi)
हम नीचे अंग्रेजी में बरसात के मौसम पर लंबे और छोटे निबंध उपलब्ध करा रहे हैं। वर्षा ऋतु के ये निबंध सरल भाषा में लिखे गए हैं, फिर भी वर्षा ऋतु के हर पहलू पर विस्तार से बल दिया गया है।
इन निबंधों को पढ़ने के बाद, आप यह जान पाएंगे – वर्षा ऋतु क्या है, वर्षा ऋतु क्या होती है, विश्व भर में वर्षा ऋतु की सीमा/अवधि, वर्षा ऋतु के लाभ या हानि आदि।
बरसात के मौसम पर इस तरह के एक सरल और आसानी से लिखे गए निबंध का उपयोग करके अपने बच्चों और बच्चों को इस दिलचस्प और थोड़े ठंडे मौसम के बारे में जानने में मदद करें। आप किसी भी बरसात के मौसम के निबंध को उनकी कक्षा के मानक के अनुसार चुन सकते हैं।
बरसात के मौसम पर निबंध 100 शब्द (Rainy Season Essay 100 Words in Hindi)
मुझे बरसात का मौसम सबसे ज्यादा पसंद है। यह सभी चार मौसमों में मेरा पसंदीदा और सबसे अच्छा मौसम है। यह गर्मी के मौसम के बाद आता है, एक बहुत गर्म वर्ष। बहुत अधिक गर्मी, गर्म हवा और त्वचा की समस्याओं के कारण मैं गर्मियों में बेचैन हो जाता हूँ। हालांकि बारिश का मौसम आते ही सारी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।
बरसात का मौसम जुलाई (हिंदी सावन का महीना) में आता है और तीन महीने तक रहता है। यह सभी के लिए भाग्यशाली मौसम है, और हर कोई इसे प्यार करता है और इसका आनंद लेता है। इस मौसम में हमें प्राकृतिक रूप से पके मीठे आम खाने में मजा आता है। हम इस मौसम में कई भारतीय त्योहार भी बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
बरसात के मौसम पर निबंध 150 शब्द (Rainy Season Essay 150 Words in Hindi)
भारत में बारिश का मौसम जुलाई में शुरू होता है जब दक्षिण पश्चिम मानसून की हवाएं चलने लगती हैं। हिंदी माह के अनुसार यह आषाढ़ और शावन में आती है। ताजी हवा और बरसात के पानी के कारण वातावरण इतना साफ, ठंडा और स्वच्छ होने के कारण हर कोई इसका भरपूर आनंद लेता है। पौधे, पेड़ और घास इतने हरे हो जाते हैं और बहुत आकर्षक लगते हैं। भीषण गर्मी के लंबे समय के बाद प्राकृतिक जल मिलने से पौधों और पेड़ों में नए पत्ते पैदा हो रहे हैं। पूरा वातावरण चारों ओर हरियाली का नजारा देता है, जो आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है।
बारिश का मौसम मेरे पसंदीदा त्योहार जैसे रक्षा बंधन, 15 अगस्त, तीज, दशहरा, आदि लेकर आता है। हम इस मौसम में बहुत सारे ताजे फल और पके आम खाने का भी आनंद लेते हैं। मैं इस सीजन में कभी हारना नहीं चाहता। मेरी माँ बारिश के समय हमारे लिए बहुत सारे स्वादिष्ट व्यंजन (जैसे पकौडे, इडली, हलवा, चाय, कॉफी, सैंडविच आदि) बनाती हैं।
बरसात के मौसम पर निबंध 200 शब्द (Rainy Season Essay 200 Words in Hindi)
मुझे लगता है कि बारिश का मौसम सभी को पसंद होता है क्योंकि मुझे यह बहुत पसंद है। यह मुझे थोड़ा ठंडा और खुश महसूस कराता है। आखिरकार, यह गर्मी के मौसम की लंबी अवधि के बाद आता है। भारत में लोग, विशेष रूप से किसान, इस मौसम की फसलों की भलाई के लिए बारिश के लिए भगवान इंद्र की पूजा करते हैं। वर्षा-भगवान भारत में किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण भगवान हैं। बारिश का मौसम इस धरती पर सभी को नया जीवन देता है, जैसे पौधे, पेड़, घास, जानवर, पक्षी, इंसान आदि। सभी जीवित चीजें बारिश के पानी में भीगकर बारिश के मौसम का आनंद लेती हैं।
मैं आमतौर पर बारिश के पानी में भीगने के लिए छत पर सबसे ऊपर की मंजिल पर जाता हूं। मैंने और मेरे दोस्तों ने बारिश के पानी में डांस किया और गाने गाए। कभी-कभी हम बारिश होने पर स्कूल या स्कूल बस में जाते हैं और अपने शिक्षकों के साथ आनंद लेते हैं। हमारे शिक्षक हमें बरसात के मौसम में कहानियाँ और कविताएँ सुनाते हैं, जिनकी हम बहुत सराहना करते हैं। जब हम घर आए, हम फिर बाहर गए और बारिश में खेले। पूरा वातावरण हरियाली से भर जाता है और स्वच्छ और सुंदर दिखता है। इस धरती पर रहने वाले हर जीव को वर्षा का पानी मिलने से नया जीवन मिलता है।
बरसात के मौसम पर निबंध 250 शब्द (Rainy Season Essay 250 Words in Hindi)
भारत में बरसात का मौसम जुलाई में शुरू होता है और सितंबर के अंत तक जारी रहता है। यह असहनीय भीषण गर्मी के बाद सभी के जीवन में नई आशा और एक बड़ी राहत लेकर आता है। मनुष्य सहित पेड़-पौधे, पक्षी, पशु-पक्षी इस मौसम का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और बरसात के मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाते हैं। सभी को राहत और आराम की सांस मिलती है। आकाश उज्ज्वल, स्वच्छ और हल्का नीला दिखता है और कभी-कभी इंद्र धनुष का रूप देता है, जिसका अर्थ है सात रंगों का वर्षा धनुष। पूरा वातावरण एक प्यारा दृश्य प्रस्तुत करता है। मैं आमतौर पर अपने कैमरे में सभी यादों को पकड़ने के लिए हरियाली के वातावरण और अन्य चीजों की तस्वीरें लेता हूं। सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के बादल आसमान में घूमते नजर आते हैं।
सभी पेड़ और पौधे नई हरी पत्तियों से आच्छादित हो जाते हैं, और लॉन और खेत शानदार दिखने वाली हरी मखमली घास से ढँक जाते हैं। सभी प्राकृतिक जल संसाधन जैसे गड्ढे, नदियाँ, तालाब, झीलें, खाई आदि पानी से भर जाते हैं। सड़कें और खेल के मैदान पानी और कीचड़ भरी मिट्टी से भर जाते हैं। बरसात के मौसम के बहुत सारे फायदे और नुकसान होते हैं। एक ओर, यह सभी को राहत देता है; दूसरी ओर, यह हमारे लिए विभिन्न संक्रामक रोगों का बहुत भय लाता है। यह किसानों को फसलों की अच्छी खेती में मदद करता है; हालाँकि, यह पर्यावरण में विभिन्न बीमारियों को फैलाता है। कभी-कभी, यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक असुविधा का कारण बनता है। यह दस्त, पेचिश, टाइफाइड और अन्य पाचन तंत्र विकारों का कारण बनता है।
बरसात के मौसम पर निबंध 300 शब्द (Rainy Season Essay 300 Words in Hindi)
प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व
बरसात का मौसम हम सभी के लिए एक प्यारा मौसम होता है। आम तौर पर, यह जुलाई में शुरू होता है और सितंबर में समाप्त होता है। यह भीषण गर्मी के मौसम के बाद आता है। यह जीवित चीजों के लिए नई उम्मीदें और जीवन लाता है, जो शायद गर्मी के सूरज की गर्मी के कारण मृत हो जाएंगे। यह मौसम अपने प्राकृतिक और ठंडे बारिश के पानी से काफी राहत देता है। सभी तालाब, नदियाँ और नाले पानी से भर जाते हैं जो गर्मी के कारण सूख गए थे। तो, यह पानी के जानवरों को नया जीवन देता है। यह बगीचों और लॉन में हरियाली लौटाता है। यह पर्यावरण को एक नया आकर्षक रूप प्रदान करता है। हालाँकि, यह इतना दुखद है कि यह केवल तीन महीने तक रहता है।
भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का महत्व
भारतीय किसानों के लिए बारिश का मौसम महत्वपूर्ण है क्योंकि उन्हें अपनी फसल की खेती के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है। किसान आमतौर पर खेतों में आगे उपयोग के लिए बरसात के पानी को इकट्ठा करने के लिए गड्ढे और तालाब बनाते हैं। बारिश का मौसम किसानों के लिए भगवान की ओर से वरदान है। यदि बाद में वर्षा नहीं होती है तो वे वर्षा भगवान की पूजा करते हैं, और अंत में, वे वर्षा के साथ धन्य हो जाते हैं। आसमान में बादल छाए हुए दिखते हैं जैसे आसमान में इधर-उधर से बहुत सारे सफेद, भूरे और काले काले बादल दौड़ते हैं। दौड़ते बादलों में मानसून आने पर बहुत सारा पानी और बारिश होती है।
बरसात के मौसम का मेरा पिछले साल का अनुभव
बरसात का मौसम पर्यावरण में प्राकृतिक सुंदरता जोड़ता है। मुझे हरियाली बहुत पसंद है। मैं आमतौर पर बारिश के मौसम का आनंद लेने के लिए अपने परिवार के साथ बाहर जाता हूं। पिछले साल मैं नैनीताल गया और अद्भुत अनुभव किया। कई पानी से भरे बादल कार में बैठे हमारे शरीर को छू रहे थे और खिड़की से बाहर जा रहे थे। बहुत धीरे-धीरे बारिश हो रही थी, और हमने इसका भरपूर आनंद लिया। हमने नैनीताल में वाटर बोटिंग का भी आनंद लिया। हरियाली से भरपूर पूरा नैनीताल बेहद खूबसूरत नजर आ रहा था.
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बरसात के मौसम पर निबंध 500 शब्द (Rainy Season Essay 500 Words in Hindi)
बरसात के मौसम पर इस निबंध में, हम सबसे खूबसूरत मौसम के बारे में बात करने जा रहे हैं। साथ ही, कुछ क्षेत्रों में वर्ष के इस समय सबसे अधिक वार्षिक वर्षा होती है। इसके अलावा, उष्णकटिबंधीय और गैर-उष्णकटिबंधीय दोनों क्षेत्रों में उनकी स्थलाकृतिक स्थिति के अनुसार वर्षा होती है। हालांकि कुछ जगहों पर यह एक महीने तक चलता है लेकिन कुछ जगहों पर यह करीब तीन से चार महीने तक चलता है। तो, वर्षा ऋतु पर इस निबंध में, हम वर्षा ऋतु के महत्व, महीनों और कारणों पर चर्चा करेंगे।
बरसात के मौसम के महीने
भारतीय उपमहाद्वीप के लोग वर्षा ऋतु को ‘मानसून’ कहते हैं। साथ ही भारत में यह सीजन करीब 3 से चार महीने तक चलता है। इसके अलावा विभिन्न देशों और विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में वर्षा ऋतु की अवधि निश्चित नहीं होती है। कुछ स्थानों जैसे उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में वर्ष भर वर्षा होती है जबकि दूसरी ओर सहारा मिठाई जैसे स्थानों पर बहुत कम वर्षा होती है।
बरसात के मौसम के कारण
यद्यपि वर्षा ऋतु एक आवधिक घटना है जो बादलों को वहन करने वाली हवा के प्रवाह के परिवर्तन के कारण होती है और c. जब दिन के दौरान पृथ्वी की सतह का तापमान बढ़ता है तो आसपास की हवा ऊपर उठती है और कम दबाव का क्षेत्र बनाती है। यह नमी से भरी हवाओं को महासागरों से भूमि की ओर धकेलता है। और जब यह नमी और ढेले भूमि पर पहुँचते हैं तो वे वर्षा करते हैं। इन सबसे ऊपर, यह चक्र क्षेत्र में कुछ समय के लिए जारी रहता है और ऋतु को वर्षा ऋतु कहा जाता है।
बरसात के मौसम का महत्व
भारत जैसे देशों के लिए जहां बड़ी संख्या में जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है, वर्षा ऋतु उल्लेखनीय भूमिका निभाती है। साथ ही, भारत में कृषि क्षेत्र सकल घरेलू उत्पाद (सकल घरेलू उत्पाद) में लगभग 20% का योगदान देता है। साथ ही, यह देश के 500 मिलियन से अधिक लोगों को काम करता है।
इसलिए भारत जैसे देशों की आर्थिक स्थिति के लिए मानसून बहुत जरूरी है। इसके अलावा, उपज की फसल काफी हद तक बारिश की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। इसके अलावा, एक समृद्ध मानसून अर्थव्यवस्था को अच्छी उपज देगा और कमजोर मानसून अकाल और सूखे का कारण बन सकता है।
साथ ही, भूजल स्तर और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने के लिए बारिश का मौसम महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, सभी जीवित और निर्जीव चीजें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्राकृतिक जल पर निर्भर करती हैं और बरसात का मौसम उस पानी को भर देता है ताकि यह अगले मौसम तक बना रह सके।
मानसून के दौरान निरंतर बारिश हमें वर्षा जल संचयन के विभिन्न तरीकों से इस अपवाह जल को एकत्र करने का अवसर प्रदान करती है। इसके अलावा, या तो हम इस सहेजे गए पानी का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए कर सकते हैं या भूजल को रिचार्ज करने के लिए कर सकते हैं।
वर्षा ऋतु वर्ष का सबसे अद्भुत मौसम है
वर्षा ऋतु वर्ष का सबसे आवश्यक और निस्संदेह मनभावन मौसम है। साथ ही, जो देश कृषि को अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानते हैं, उनके लिए यह किसी भी अन्य भौतिक वस्तु से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, मौसम ग्रह पर जीवन को पुनर्जीवित करने वाले ताजे पानी को फिर से भरने में मदद करता है।
साथ ही, यह पृथ्वी पर सभी जीवन रूपों के लिए महत्वपूर्ण है चाहे वह बड़ा हो या छोटा। इस कारण से, बारिश बड़ी मात्रा में ताजे पानी की आपूर्ति करती है। इन सबसे ऊपर, अगर बारिश नहीं होगी तो विभिन्न जनसांख्यिकी के कई हरे भरे क्षेत्र शुष्क और बंजर भूमि में बदल जाएंगे।
बरसात के मौसम पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
भारत में बारिश का मौसम कब शुरू होता है.
बरसात का मौसम जून के महीने से शुरू होता है और सितंबर तक रहता है।
बरसात के मौसम में हमें कौन से फल मिलते हैं?
बारिश के मौसम में हमें लीची, जामुन, बेर और चेरी मिलते हैं।
बरसात के मौसम में हम क्या उपयोग करते हैं?
बरसात के मौसम में हम छाते और रेनकोट का इस्तेमाल करते हैं।
बारिश के मौसम में हम ज्यादातर कौन से जीव देखते हैं?
मेंढक, घोंघे, स्लग, केंचुए ज्यादातर बरसात के मौसम में देखे जाते हैं।
भारत में किस मानसून के कारण सर्वाधिक वर्षा होती है?
दक्षिण-पश्चिम मानसून भारत में सबसे अधिक वर्षा का कारण बनता है।
भारत में मानसून सबसे पहले कहाँ आता है?
केरल में सबसे पहले मानसून आता है
वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi)
प्रकृति को चिर सहचरी रही है। सृष्टि के आरम्भ से मानव प्रकृति की शुद्ध, सात्विक ममतामयी क्रोड में आन्द्भूति करता रहा है। प्रकृति ने इसे मस्त हवाओं के पालने में झुलाया है।पक्षियों का मधुर संगीत सुनाया है, चंद्रिका सुधा में स्नान कराया है।
दोस्तो मौसम कोई भी हो पर वर्षा ऋतु ही एक ऐसा मोसम है जिसमे आपको इंद्रधनुष के भी दर्शन हो जाते है।और सच मानिए इसको देखकर ऐसा लगता है, मानो प्रकृति का वो सुंदर दृश्य है जिसे देखने के लिए ही हम इस मौसम का इंतजार कर रहे थे।
शरद ऋतु में पुष्प खिलने लगते है, प्रकृति रूपसी बनकर ऋतुचक्र को घुमाती हैं, तब थिरकती हुई हेमंत ऋतु के दर्शन होते है। वह भी अपनी पूर्ण लीलाएं प्रस्तुत करती है। इस प्रकार ऋतुचक्र उप्परलिखे महीनों के अनुसार चलता रहता है।
बिजली के प्रकोप से कभी-कभी अनेक मनुष्य की अकाल मृतु हो जाती है। सड़को पर जल और कीचड़ होने के कारण घर से बाहर निकलना या एक स्थान से दूसरे स्थान जाना बड़ा कठिन हो जाता है। बच्चे खेल कूद भी नही कर पाते है। रातों मद मच्छरों के कारण नींद भी नहीं आती है। सच तो यह हैं कि जहां वर्षा से सुख है वही दुख भी है।
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कहा जाता है कि वसंत ऋतुओं का राजा है और वर्षा ऋतुओं की रानी है । जब मई-जून में सूर्य देवता के कोप से धरती जलने लगती है तब कहीं इन्द्र देवता प्यासी धरती की प्यास बुझाने के लिए तैयार होते हैं ।
जल ही जीवन है । यदि वर्षा न हो तो संसार का अस्तित्व ही समाप्त हो जाए । भारतवर्ष एक कृषि प्रधान देश है । यहाँ तो बरसात का विशेष महत्त्व है । नदी, नहरों, तालाबों और नलकूपों के होते हुए भी वर्षा की सदा आवश्यकता रहती है । इसलिए ज्येष्ठ मास में अमावस्या को विधिवत वर्षा का पूजन किया जाता है, जिससे समय पर बारिश हो और एक नया जीवन मिले ।
ADVERTISEMENTS:
जुलाई के दिन थे । विद्यालय खुल चुके थे । कई दिन से लगातार भयंकर गर्मी पड़ रही थी । सड़कें, घर, मकान, चारों ओर मानों आग बरस रही थी । विद्यालय में तो बहुत बुरा हाल था । टीन की चादरें भयंकर रूप से तप रही थीं । पंखों की हवा भी आग फेंक रही थी । लगभग तीन बजे का समय था ।
अचानक आँधी-सी आई । खिड़कियाँ चरमराने लगी । चारों ओर अंधेरा छा गया । कमरे में बिजली नहीं थी । ऐसा लगा जैसे रात हो गई थी । मास्टर जी ने मजबूर होकर पढ़ाना बन्द कर दिया । बच्चों ने किताबें संभाल ली । अचानक गड़गड़ाहट प्रारम्भ हो गई और बारिश होने लगी । टीन की छत पर पड़ती हुई बूंदे शोर करने लगी । थोड़ी ही देर में टूटी खिड़कियों से पानी की बौछार अन्दर आने लगी, बच्चों ने अपनी पुस्तकें संभाली । देखते ही देखते बादल और गहरा होता गया ।
ऐसा लगता था जैसे किसी ने आसमान में स्याही मल दी हो । स्कूल के बरामदे गीले हो गये । मैदान में पानी एकत्र होने लगा । छोटे बच्चे कागज की नाव बनाकर चलाने लगे । विद्यालय में काफी पानी जमा हो गया । तभी किसी शरारती बच्चे ने शोर मचा दिया कि पानी में करंट है ।
बस फिर क्या था अफरा-तफरी मच गई, सारे अध्यापक बाहर निकल आये । बच्चों को धीरे-धीरे विद्यालय के द्वार से बाहर निकाल दिया । प्रधानाचार्य ने छुट्टी की घंटी बजवा दी । बारिश बन्द नहीं हुई थी, हल्की अवश्य हो गयी थी । विद्यालय आते समय मैं छतरी नहीं लाया था, इसलिए भीग गया । सड़क पर निचले स्थानों में पानी भर गया था ।
ट्रैफिक रुक-सा गया था । कुछ लोग छाता लगाए हुए थे । कुछ स्त्रियाँ छतरियाँ लिए थीं । पर अधिकांश लोग भीगे हुए थे । विद्यालय के पास की झुग्गियों में पानी भर गया था । माता जी ने गर्म-गर्म चाय पिलायी ।इस प्रकार आनन्दपूर्वक बरसात का दिन व्यतीत हुआ ।
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Essay on rainy day and rainy season in hindi वर्षा ऋतु पर निबंध.
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Essay on Rainy Season in Hindi
विविध ऋतुओं से परिपूर्ण भारत देश में वर्षा ऋतु का अपना अलग महत्त्व और रंग-रूप है। भारत को कृषि-प्रधान देश माना गया है और यहाँ का कृषि कार्य भी ज्यादातर वर्षा पर ही आश्रित है। वर्षा ऋतु का आगमन देशी महीनों के हिसाब से सावन-भादों में उस समय होता है कि जब ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव अपने चरम पर पहुँच कर ढलान की तरफ अग्रसर होने लगती है। ग्रीष्म का प्रताप पूरी धरती और प्रकृति के स्वरूप को झुलसा कर प्रपीड़ित तो कर देता है, सारी मानवता भी नित्यप्रति बढ़ते उमस और ताप से एक तरह व्याकुल होने लगती है। तब धरती, प्राणी जगत और प्रकृति से ग्रीष्म का प्रकोप मिटाने के लिए एकाएक पुरवाई चलकर बादलों के आगमन का संकेत दे जाती है। पुरवाई के तरल-सरल, ठंडी झोंकों का स्पर्श पाकर मनुष्य जब विह्वल-सा आकाश की तरफ आँख उठाकर देखता है, तो अचानक उमड़-घुमड़ कर आते काले बादलों को देखकर उसका मन मयूर वन-मोर की तरह ही उमंग एवं प्रसन्नता से भरकर नाच उठता है। तब पहले एक बूंद टपकती है और फिर देखते-ही देखते टप टप का संगीत भरती वर्षा की बूंदों की एक निरंतर झड़ी सी लग जाती है। कुछ ही पलों में सोंधी सुगंध तन-मन को भिगों कर आस पास फैलते पानी में समाकर धरती को भी हरी-भरी कर देती है। इस तरह वर्षा ऋतु का आगमन बड़े ही मन भावन तरीके से होता है।
वर्षा ऋतु के आरंभ होते ही मोर, दादुर और पपीहा की रटन तो बढ़ ही जाती है, प्रथम ऋतु ग्रीष्म के कारण हुई रूखी-सूखी धरती भी सजकर हरियाली से भरने लगती है। लू का अंत होकर हवा पुरवाई का रूप ले लेती है। मानों ग्रीष्म का अभिशाप ताप’, एक सुहानी ठिठुरन में परिवर्तित हो जाता है। सभी कुछ बन-संवर कर हरियाली से भर जाता है। झुलसती लताएँ फिर से हरी होकर लहलहा उठती हैं। वृक्षों के छलनी भी नए पत्तों के उगने के कारण एक सघन छाते का-सा स्वरूपाकार धारण कर लिया करती है। ताल तलैया तो भर ही जाते हैं, सूखी पड़ी नदियों का अंतराल भी रेतीली चमक से चौंधिया देने की अपनी विशेषता त्याग कर खाली अहसास जगाने लगता है। यहाँ तक तो ठीक रहता है; पर जब कभी वह गीलापन हरहराती बाढ़ का रूप धारण कर बस्तियों में घुस आता है, तब वर्षा ऋतु का सारा सुहानापन और रोमांच एक तरह से लोमहर्षक बन कर सारा मजा किरकरा कर जाता है।
भारतीय किसानों के लिए वर्षा का आगमन एक सुखद वरदान से कुछ कम महत्त्वपूर्ण नहीं होता। वर्षा, समय पर और उचित मात्रा में होने से, खेत हल चलाकर आसानी से बीज बोने योग्य तो हो ही जाया करते हैं, सिंचाई भी प्राकृतिक रूप से स्वयं ही हो जाया करती है। बोए बीज पानी के अभाव में व्यर्थ न जाकर सहज रूप से अंकुरित होते हैं और भरपूर फसल पैदा करते हैं। सही समय और अनुपात से वर्षा होने पर पीने के पानी की समस्या भी अधिकांशतः हल हो जाती है। केवल मनुष्यों के लिए ही नहीं पशु-पक्षियों तक के लिए भी पीने के पानी का कमी नहीं रह जाया करती । इस तरह वर्षा ऋतु के अनेक व्यावहारिक महत्त्व एवं उपयोग स्पष्ट हैं और हम सभी उनसे अच्छी तरह परिचित भी हैं।
प्राचीन काल में वर्षा ऋतु के समय किसी भी जगह की यात्रा नहीं की जाती थी, जबकि काफी असुविधापूर्ण रहते हुए भी आज इस तरह का व्यवधान नहीं माना जाता। वर्षा ऋतु अपने साथ कीचड़ आदि की गंदगी तो लेकर आती ही है, यदि स्वास्थ्य और सफ़ाई का विशेष ध्यान न रखा जाए, तो मच्छर, मक्खी आदि तमाम तरह के कीड़े-मकोड़ों के कारण वर्षा ऋतु कई तरह की बीमारियों की संभावना भी अपने में संजोए रखती है। अत: इस दृष्टि से सावधान रहना बहुत जरूरी है। यों वर्षा में नहाना पित्त और गर्मी के प्रकोप को समाप्त करने वाला माना जाता है; पर अधिक नहाना फोड़े-फुन्सियों को निमंत्रण देने वाला भी हो सकता है। आजकल चूंकि वातावरण में प्रदूषक तत्त्वों की अधिकता है, इस कारण समझदार लोग वर्षा स्नान को अच्छा नहीं मानते। वर्षा जल में स्नान करना आजकल वातक सिद्ध हो चुका है।
ऋतुराज वसंत और ऋतुरानी शरद् के समान सामान्यतया वर्षा ऋतु को भी सुखद, सुन्दर एवं मनमोहक माना जाता है। उन्हीं के समान वर्षा ऋतु हरियाली लाकर प्रकृति का श्रृंगार भी करती है। पहाड़ी स्थानों पर वर्षा ऋतु का दृश्य सामान्य से कहीं अधिक मनमोहक हो जाता है। वहाँ बादलों का उमड़-घुमड़ कर खिड़की की राह भीतर घुस आना वास्तव में एक चमत्कार से कम नहीं लगता है। वर्षा से पेड़ पौधे, पहाड़ियाँ, वनस्पतियाँ एवं प्रत्येक प्राकृतिक उपादान नहाकर साफ सुथरा एवं तरो ताजा सा प्रतीत होने लगता है। ग्रीष्म की हवा और आंधी झक्खड़ से धूल भरी प्रकृति, वर्षा ऋतु में नवस्राता दुलहिन-सी मनभावन लगती है। सचमुच सावन में वर्षा और उमड़ते-घुमड़ते बादलों का दृश्य मन को मोह लेता है।
Essay on Rainy Day in Hindi
(समरूपी विषय – जब मैं बारिश में भीगा, जीवन का अविस्मरणीय अनुभव, रिमझिम आई बरखारानी)
वर्षा काल मेघ नभ छाए, गरजत लागत परम सुहाए
अनेक कवियों ने सुहानी वर्षा ऋतु का वर्णन भाँति-भाँति कर इसे ऋतुओं की रानी कहा है। ग्रीष्म ऋतु में सूर्य की प्रचंड किरणों से धरती तपती प्रतीत होती है, प्रत्येक जीव गरमी से व्याकुल होकर त्राहि-त्राहि करने लगता है और आकाश की ओर टकटकी लगाकर बादलों के लिए लालायित हो उठता है। ऐसी ही ज्येष्ठ मास का आग उगलती दोपहर में पशु-पक्षी, जीव-जंतु, बालक-वृद्ध सभी इंद्र देव से वर्षा की प्रार्थना करने लगते हैं।
वर्षा का स्वागत
ग्रीष्मावकाश के बाद स्कूल का पहला दिन था। नए उल्लास और उमंग के साथ हम सभी विद्यालय आए थे, किंतु गरमी की भीषणता से सब बेचैन थे। विद्यालय की छुट्टी होने ही वाली थी कि अचानक आकाश काले-काले बादलों से भर गया। काली घटा ने सूरज को पूरी तरह ढक लिया था। पुरवैया हवा चलने लगी थी और बीच-बीच में बादलों की गर्जना भी सुनाई पड़ रही थी। वर्षा की संभावना देखकर तत्काल हमारी छुट्टी कर दी गई। अभी हम थोड़ी दूर ही गए थे कि हल्की बूंदाबाँदी शुरू हो गई। मैंने अपने मित्रों से खुश होते हुए कहा-“लगता है आज खूब जमकर वर्षा होगी। बड़ा मज़ा आएगा।” मेरे मित्रों ने भी मेरी बात का समर्थन किया और सचमुच देखते-ही-देखते तेज़ वर्षा होने लगी। आसपास कहीं वर्षा से बचने की जगह नहीं थी। हम खुली सड़क पर चल रहे थे, तभी हम सबने बारिश में भीगने और उसका पूरा आनंद लेने का निश्चय किया। आसपास और भी बहुत-से लोग भीगकर मानो वर्षा का स्वागत कर रहे थे। छोटे बच्चे भी किलकारी मारते हुए अलौकिक सुख का अनुभव कर रहे थे।
वर्षा का सर्वव्यापी प्रभाव – कुछ समय तक सब कुछ ठीक रहा, परंतु फिर एकाएक बारिश ने रौद्र रूप धारण कर लिया। तेज़ मूसलाधार वर्षा होने लगी। हमें पास ही बस-स्टैंड दिखाई दिया, वहाँ खड़े होकर हम बारिश से बचने का असफल प्रयास करने लगे। लगभग दो घंटे इसी प्रकार वर्षा होती रही। सड़कों पर पानी-ही-पानी भर गया। जल-थल सभी मिलकर एकाकार हो गए थे। कुछ लोग बरसाती पहने जा रहे थे तो कुछ केवल छाते से ही अपनी रक्षा कर रहे थे। कुछ ऐसे भी थे, जो पूरी तरह भीगते हुए जा रहे थे। मानो उन्हें वर्षा की बिलकुल परवाह ही न हो। अचानक बहुत तेज़ हवा चलने लगी। ऐसा लग रहा था, तूफ़ान ही आ जाएगा। चाय की दुकान का टीन का टुकड़ा उड़कर कहीं दूर जा गिरा। आसपास के कई पेड़ टूटकर गिर गए। सड़क पर पानी का स्तर बहुत बढ़ गया था। पानी के ऊपर अनेक बरतन, जूते-चप्पल आदि तैरते हुए दिखाई दे रहे थे। हम बारिश में पूरी तरह भीग चुके थे। ठंड और भय के कारण हमारा हाल बहुत बुरा हो रहा था। मैं जल्दी-से-जल्दी घर पहुँचना चाह रहा था, लेकिन दूर-दूर तक बस का नामोनिशान तक न था। तभी मैंने देखा, दो आदमी पूरी तरह भीगे हुए किसी प्रकार घुटनो तक आ चुके पानी में चल रहे थे। अचानक उनमें से एक का पैर फिसला और वह लगभग गिरने ही वाला था कि उसके साथी ने उसे किसी प्रकार सँभाल लिया। शायद वहाँ कोई गड्ढा आ गया था, जिसे वे पानी के कारण देख नहीं पाए थे। इस दृश्य को देखकर न चाहते हुए भी हमारे मुँह से बरबस ही हँसी निकल गई और वे बेचारे शर्म के मारे गरदन नीची करके वहाँ से चले गए।
धीरे धीरे वर्षा का वेग रुका। आसपास खड़े हुए लोग यही प्रतीक्षा कर रहे थे। सभी अपने-अपने गंतव्य की और चल दिए। तभी सामने से हमारी बस आती दिखाई दी। में अत्यंत सावधानीपूर्वक बस-स्टैंड से नीचे उतरकर बस में चढ़ने की कोशिश कर ही रहा था कि मेरा भी पैर फिसल गया और में पानी में गिर गया। मेरे मित्रों ने मुझे उठाया और बस में चढ़ने में मेरी मदद की। घर तक पहुँचते-पहुँचते शाम घिर आई थी। घर पर सभी मुझे लेकर चिंतित थे। मुझे सकुशल देखकर सबकी जान में जान आई। बारिश में भीगने का यह मेरे जीवन का पहला अवसर था। मुझे बहुत तेज़ सरदी लग रही थी। मम्मी ने झटपट मेरे कपडे बदलवाए, मेरे बस्ते का सामान हवा में फैलाया। और मेरे लिए गरमागरम कडक चाय बनाकर लाई। चाय और माँ के ममता भरे स्पर्श की गरमी से मुझे जल्द ही नाद आ गई। जब मैं सोकर उठा, आसमान बिलकुल स्वच्छ हो चूका था। बादलों का कहीं नामोनिशान तक न था किंतु मेरे मनोमस्तिष्क पर तो उस दिन का अनुभव स्थायी रूप से अंकित हो चुका है।
उपसंहार – निस्संदेह वर्षा हमारे खेतों, बाग-बगीचों को हरा-भरा करती है, गरमी से तप्त प्राणियों को शीतल करती है, किंतु अतिवृष्टि से बाढ़ आ जाती है जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है। बहुत-सा नुकसान होता है। अतः ईश्वर से यही कामना है कि समय पर वर्षा ज़रूर करें किंतु संतुलन में। बारिश सबके लिए आनंददायक हो, मंगलकारी हो। जब-जब वर्षा होती है, उस अनोखे अनुभव की स्मृति ताज़ा हो जाती है और मेरा मन-मयूर वर्षा के आनंद के लिए मचल उठता है।
वर्षा ऋतु में उमड़ते-उफ़नते नदी-नालों का दृश्य
लगता था, इस बार भी वर्षा ऋतु आकर वैसे ही बिना बरसे ही गुजर जाएगी। पर नहीं, उस दिन जब आँख खुली तो आकाश काले-काले घने बादलों से आच्छादित हो रहा था। सोचा, ऐसा न हो कि वर्षा आरंभ हो जाए और फिर घर से निकल ही न पाऊँ। इसलिए जल्दी-जल्दी सुबह के दैनिक कार्यों से निवृत्त होने का प्रयास करने लगा। ताकि यमुना पार स्थित अपने कार्यालय पहुँच सकें। स्नान आदि के बाद नाश्ता करके घर से निकलने ही वाला था कि रिमझिम-रिमझिम फुहार शुरू हो गई। मैं वर्षा के रुकने की प्रतीक्षा करने लगा; पर वह तो जैसे आज न रुकने का निश्चय करके, निरंतर तेजी से बरसती ही जा रही थी। एक घण्टा _ _ _ दो और तीन घण्टे व्यतीत हो जाने पर भी जब बारिश ने थमने का नाम नहीं लिया, वरन् अपनी रफ्तार पहले से कहीं अधिक तेज कर दी, तो मैंने कपड़े बदलकर, चादर ओढ़े भीतर चारपाई पर लम्बायमान हो गया। शाम चार बजे केकरीब आँख खुलने पर देखा कि बरसात अब भी निरंतर हुए जा रही है। खिड़की की राह बाहर झाँक कर देखा, तो गली-बाज़ार में पानी के प्रवाह के अलावा और कुछ भी नज़र न आ रहा था।
वह दिन व्यतीत हुआ, अगले दिन भी वर्षा ने थमने का नाम नहीं लिया। तीसरे दिन भी कहीं आधी रात के बाद ऐसा महसूस हुआ कि अब पानी बरसना बंद हो गया है। लेकिन उस समय उठकर बाहर बारिश की तेजी को देखने का साहस न बटोर सका। सो सुबह होने तक सोया ही रहा। तीन-चार दिनों बाद एक सुबह चिड़ियों-कौओं के स्वर सुन कर जागा, तो देखा सूर्य देवता अपनी पीली मुस्कान में प्रखरता लाने का प्रयत्न कर रहे थे। खिड़की से बाहर झाँका, तो गलियों और बाज़ारों में पानी उतर चुका था; पर आस-पास की नालियों में पानी बहने की शाँय-शाँय आवाज़ निरंतर गुंज कर उसकी गति की तीव्रता का सहज आभास करा रही थी। नहा-धोकर जल्दी ही घर से निकल पड़ने को तैयार हो गया। नाश्ता किया और निकल पड़ा। बाहर कई परिचितों ने मिलने पर इस वर्षा पर अपने अनुभव सुनाए। उन्हें सुनता-सुनाता मैं जल्दी जल्दी बस स्टॉप की ओर बढ़ने लगा।
बस स्टॉप और हमारे घर के रास्ते के मध्य एक गहरा नाला पड़ता था। वह नाला प्राय: अपने भीतर अथाह कीचड़ और गंदगी लिए हमेशा बदबू फैलाता रहता था। लेकिन आज वह लबालब भर कर किनारों के बाहर निकल भागने का प्रयत्न कर रहा था। उसमें कीचड़ या गंदगी कतई दिखाई नहीं देती थी और बदबू भी नहीं थी। पीछे से बढ़ रहे पानी के दबाव के कारण रह-रह कर उसकी धारा उछलती-कूदती हुई स्पष्ट हो रही थी। लगता था, कि जैसे आज वह अपने किनारों की सारी मर्यादाएं तोड़ कर गलियों, बाजारों और घरों तक में घुस जाएगा। उसका सन्नाता पानी मटमैला जरूर था; पर दुर्गचिंत और कीचड़ से सना कतई नहीं था। कुछ आगे जाने पर ज्ञात हुआ कि नाले में बहता बरसात का पानी कई जगह किनारों की मर्यादा तोड़ कर बस्तियों में प्रवेश कर चुका है। नाले की इस खरमस्ती और उलटवासी देख कर कुछ लोग बातचीत में कल्पना करने लगे थे कि इस स्थिति में यमुना नदी का रूप तो और भी भयंकर हो उठा होगा।
यमुना नदी का नाम सुनते ही मेरा मन उसके समीपस्थ पुश्ते पर पहुँचकर उसके उफान और उछल-कूद को नजदीक से देखने के लिए मचल उठा। सो बस पकड़ने की बजाय मैं अपने तेज़ कदम यमुना के पुश्ते की ओर बढ़ाने लगा। जैसे-जैसे उधर बढ़ता गया, देखा कि मार्ग में पड़ने वाले छोटे-बड़े सभी नाले अपनी मर्यादाएँ तोडकर, अथवा फिर अपनी औकात से बढ़-चढ़ कर पानी ढोते बह रहे हैं। कई जगह पर पैंट घुटनों से ऊपर करके पानी में से भी गुजरना पड़ा। बड़ी ही अजीब स्थिति हो रही थी। खैर, पुश्ते पर पहुँच कर देखा, वहाँ पहले से ही एकत्रित होकर हज़ारों लोग उफ़नती-उमड़ती यमुना नदी का दृश्य देखकर आश्चर्यचकित हो रहे हैं। पुश्ते के नीच उगे काई के झाड़ छोटे-मोटे पेड़-पौधे आदि, कहीं कुछ भी तो नजर नहीं आ रहा था। बस, सभी जगह ठाठे मारता, लपटता-झपड़ता और शेषनाग के फनों सा लहरें उछालता पानी-ही-पानी दृष्टिगोचर हो रहा था। उसे देखकर लोग परस्पर तरह-तरह की बातें कर रहे थे।
वहाँ मौजूद लोगों से कुछ हट कर खड़ा मैं दूर-दूर तक फैल रहे यमुना नदी के पाट को देखने लगा। पानी का प्रवाह इतना तेज था कि उसमें कुछ भी ठहर पाना कतई संभव नहीं था। पानी का उफान आता और गहरी भंवरें बना, बह कर आ रहे पेड़-पौधों तथा अन्य पदार्थों को भीतर समाहित कर चला जाता। कई बार कोई तीव्र लहर आती और उससे टकराकर किनारे भुरभुरा कर पानी में बह जाते। एक बार तो मैं बड़ी कठिनता से नीचे गिर जाने से बच पाया। यमुना नदी पर बना सेतु भी वहाँ से नजदीक ही था। उस तरफ देखने पर प्रतीत होता कि जैसे उफनती-उछलती यमुना की लहरें उस सेतु तक को भी झकझोर कर गिरा देना चाहती हैं। वहाँ पर जो पानी की गहराई बताने वाला पोल लगा हुआ था, वह लगातार पानी में नीचे-ही-नीचे उतरता जा रहा था। लगता था कि कुछ ही देर में ही पानी उसके ऊपर से बहने लगेगा।
इस प्रकार इस नदी और नाले के पानी को लगातार उफ़नते-उछलते हुए देखकर आसानी से आभास हो रहा था कि जो नदी-नालें, पहाड़ी घाटियों एवं अन्य स्थानों पर बहते हैं, उनकी वर्षा कालीन स्थिति कितनी उफ़नती-उछलती हुई होगी।
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बारिश पर निबंध, बारिश का पहला दिन
By विकास सिंह
मानसून का मौसम सभी मौसमों में सबसे अच्छा माना जाता है। बारिश के दिन का इंतजार सभी को होता है और ऐसे दिन में मौसम सुहावना होता है। बारिश का दिन प्रकृति में चलने और उसके साथ एक परिपूर्ण दिन है।
विषय-सूचि
बारिश पर निबंध, short essay on rain in hindi (200 शब्द)
गर्मी, सर्दी और मानसून जैसे विभिन्न मौसम होते हैं। लेकिन मेरे सभी पसंदीदा मौसम में से मानसून का मौसम या बारिश का मौसम है। मैं एक संयुक्त परिवार में रहता हूं। मैं और मेरे चचेरे भाई बारिश के लिए पूरे साल इंतजार करते हैं और जब बारिश होती है तो हमारी आंखें खुशी से चमक उठती हैं।
सीज़न की पहली बारिश पर हम अपने घर के बाहर बारिश में भीगते हैं और खुश होकर मुस्कुराते हैं। धूप के दिनों में बारिश में ठंडा प्राकृतिक स्नान करने के बाद यह बहुत ताज़ा लगता है।
हम बगीचे में खेलना पसंद करते हैं क्योंकि बारिश की बारिश हम पर बरसती है। हम गीत गाते हैं और एक दूसरे पर पानी के छींटे मारने के लिए मैला ढोते हैं। हम जमीन पर बिल्लियों और कुत्तों की तरह लड़ते हैं जो पानी और एक दूसरे पर चिपचिपा कीचड़ फैलाते हैं।
हमारी माताएं हमेशा हम पर चिल्लाती हैं लेकिन हम सिर्फ अनदेखा करना और आनंद लेना पसंद करते हैं। बारिश से रुकने पर मुझे इससे नफरत है और हमें वापस जाने की जरूरत है। मेरी मां इन दिनों पुदीने की चटनी के साथ मूंग की दाल और प्याज के पकोड़े बनाती हैं। मुझे यह संयोजन बहुत पसंद है। शावर लेने के बाद हम साथ में पकोड़े खाने का आनंद लेते हैं।
चचेरे भाइयों के साथ बारिश का आनंद लेना सबसे अच्छा हिस्सा है। हम एक साथ इतना मज़ा करते हैं। मुझे बस बरसात के दिन बहुत पसंद हैं।
बारिश का महत्व पर निबंध, importance of rain essay in hindi (300 शब्द)
प्रस्तावना:
बारिश का दिन वातावरण में तुरंत खुशी और शांति फैलाता है। यह हर किसी के चेहरे पर एक मुस्कान लाता है और जश्न मनाने का एक कारण भी देता है। दोस्तों को आमंत्रित करना और उनके साथ बारिश के दिन मनाना अधिक सुखद है।
किसानों को बारिश का इंतजार:
बारिश का दिन सभी के लिए एक विशेष दिन होता है, लेकिन बारिश विशेष रूप से किसानों के लिए एक विशेष महत्व रखती है। उनकी फसलों की वृद्धि काफी हद तक बारिश पर निर्भर करती है। बारिश की सही मात्रा वे प्रत्येक वर्ष के लिए रहता है। इन दिनों मानसून के मौसम में अक्सर देरी हो जाती है और बारिश काफी अनियमित हो जाती है।
ऐसी स्थिति में किसान कामना करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि बारिश सही समय पर हो। मौसम की पहली बारिश का दिन विशेष रूप से किसानों के लिए खुशी का दिन होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह मानसून के मौसम की शुरुआत को चिह्नित करता है जो फसलों के विकास को बढ़ावा देता है। चारों तरफ हरियाली है। खेतों को बारिश के दिन जीवन से भरे प्रतीत होते हैं।
स्कूली बच्चों की जिंदगी में बारिश का दिन खास होता है:
बरसात के दिन में स्कूली बच्चों को बहुत मज़ा आता है। उनके लिए बरसात के दिन का मतलब है, मस्ती से भरा दिन। छोटे बच्चे रंग-बिरंगे छाते पकड़े हुए हैं और बारिश के दिनों में खूबसूरत रेनकोट पहनते हैं। चारों तरफ रंग है। यदि बारिश भारी होती है, तो कई बच्चों को अपने माता-पिता के साथ स्कूल जाने का विशेषाधिकार मिलता है, न कि ऑटो रिक्शा या बस से।
बच्चे आमतौर पर इस बदलाव के लिए तत्पर रहते हैं। यदि बारिश भारी होती है, तो कई माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने से बचते हैं। कई बार स्कूल ऐसे दिन में छुट्टी भी घोषित करते हैं। एक स्कूल जाने वाले बच्चे के लिए और क्या पूछ सकते हैं? उन्हें घर में रहने और अपने भाई-बहनों और दोस्तों के साथ बारिश में खेलने का मौका मिलता है।
निष्कर्ष:
बारिश का दिन निश्चित रूप से एक सामान्य दिन नहीं है। यह हमारे जीवन को किसी न किसी तरह से प्रभावित करता है। यह ज्यादातर एक सकारात्मकता लाता है।
बारिश का पहला दिन पर निबंध, first day of rain essay in hindi (400 शब्द)
भारत में मानसून का स्वागत खुशी के साथ किया जाता है क्योंकि धूप के बाद बारिश ताजा और उबाऊ वातावरण प्रदान करती है। पृथ्वी फूल खिलने और मानसून मनाने के साथ समृद्ध हरी भूमि में बदल जाती है। बारिश की भीनी-भीनी महक और बारिश की ठंडी फुहारें हमें तरोताजा महसूस कराती हैं।
बरसात के दिन की मेरी सबसे प्रिय स्मृति:
पिछले साल जब मैं 5 वीं कक्षा में था, एक सुबह मैं स्कूल के लिए उठा और अपनी कक्षाओं में भाग लेने के लिए तैयार हो रहा था। यह मानसून के मौसम के दौरान था, जुलाई का महीना। बाहर का मौसम अंधेरा और उमस भरा था। मेरे मन में मैं भगवान से लगातार प्रार्थना कर रहा था कि अगर बारिश होती है और मुझे स्कूल नहीं जाना पड़ेगा।
मेरे दूध पीने के बाद और मेरी माँ ने अपना लंचबॉक्स पैक किया, मैं स्कूल जाने के लिए तैयार थी। लेकिन बारिश नहीं हुई और मुझे जाना पड़ा। मेरे पिताजी ने मुझे स्कूल छोड़ दिया। कक्षा में, मैं खिड़की के पास एक सीट पर बैठ गयी फिर भी मुझे बारिश की उम्मीद थी। मैं कक्षा में आलसी और दुखी महसूस कर रहा था और मेरा सारा ध्यान खिड़की के बाहर बारिश की कामना कर रही थी।
मेरी कक्षा के शिक्षक ने मुझे लगातार खिड़की से बाहर घूरने के लिए डांटा। दूसरी अवधि के रूप में, जो मैथ्स क्लास है, खत्म हो गया, मेरी इच्छा पूरी हो गई। बारिश होने लगी और बोनस यह था कि कक्षा में कोई शिक्षक नहीं था। मेरी आँखें खुशी से छलक पड़ीं और मैं बारिश की बूंदों का आनंद लेने के लिए खिड़की से बाहर झाँकने के लिए अपनी सीट से कूद पड़ा। मैं बारिश की बूंदों को टटोलने की कोशिश कर रहा था और इससे मुझे बहुत खुशी मिली।
कक्षा में सभी लोग खुश और हंसमुख थे। हर कोई खुशी से झूम रहा था, चुटकी ले रहा था और मुस्कुरा रहा था। मुझे और मेरे कुछ सहपाठियों ने हमारी किताबों से कुछ पन्ने फाड़े और कागज़ की नावें बनाईं। खिड़की के बाहर छोटे पोखर थे और हमने तैरने के लिए अपनी नावों को पोखरों में गिरा दिया।
इसने हमें छलांग लगाई और हमारी नावें पानी में तैरने लगीं। हम खिड़की से बारिश की बूंदों को टटोल रहे थे और एक दूसरे पर छप रहे थे। थोड़ी देर बाद हमारा विज्ञान शिक्षक कक्षा में आया और हर एक अपनी सीट पर वापस आ गया। उसने अवकाश घोषित किया क्योंकि बारिश के कुछ समय में भारी होने की उम्मीद थी।
हम सभी उत्साह से अपनी सीटों से हट गए। हमने अपने बैग पैक किए, अपने रेनकोट में सवार हो गए और बारिश का आनंद लेने के लिए कक्षा के बाहर भाग गए। हम बारिश में नाचते-कूदते घर वापस चले गए।
यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिनों में से एक था। बारिश के दिन वास्तव में हर किसी के जीवन में खुशी और खुशी लाते हैं।
पहली बारिश पर निबंध, essay on rain in hindi (500 शब्द)
बरसात का दिन एक ऐसा दिन होता है जिसका सभी को इंतजार होता है। हर आयु वर्ग के लोग इस दिन को प्यार और संजोते हैं। मेरे परिवार में मेरे दादा से लेकर मेरी छोटी बहन तक हर कोई ऐसे ही दिन बाहर जाता है। बारिश से मौसम गर्म और शुष्क से ताजगी में बदल जाता है।
पौधे, पक्षी और इंसान, हर कोई बारिश का जश्न मनाने में भाग लेता है। पेड़ हरियाली को बदल देते हैं, मोर नाचने लगते हैं, किसान खुश हो जाते हैं और हम सभी पृथ्वी पर बारिश पार्टी की खुशी मनाते हैं।
कैसे मौसम हमारे मूड को प्रभावित करता है?
हम दिल्ली में रहते हैं, एक ऐसा राज्य जो अपने चरम मौसम की स्थिति के लिए प्रसिद्ध है। वर्ष के अधिकांश भाग के लिए देश के इस हिस्से में ऊष्मा की तरंगें होती हैं। गर्म मौसम से बारिश बहुत जरूरी राहत देती है। इस प्रकार मानसून दिल्ली में वर्ष के सबसे प्रतीक्षित समय में से एक है।
मौसम का हमारे मूड पर असर करने का एक अजीब तरीका है। तेज धूप के दिनों में, लोग अक्सर बहुत जल्दी गुस्सा और आक्रामक हो जाते हैं। ऐसे दिन के दौरान पसीना और चिलचिलाती गर्मी हिंसा और रोष को जन्म देती है। लोगों को अक्सर बुरे मूड में देखा जाता है और वे आसानी से बहस और झगड़े में पड़ जाते हैं।
दूसरी ओर, एक सुखद बरसात का दिन मनोदशा को स्वचालित रूप से बढ़ा देता है। यह इंद्रियों का इलाज है। चारों ओर सब कुछ हर्षित प्रतीत होता है। लोग इस दिन अपने प्रियजनों के साथ सैर की योजना बनाते हैं, क्योंकि यह केवल अशुभता प्रदान करता है।
एक आदर्श बारिश का दिन:
बारिश का दिन हर किसी को पसंद होता है। शायद ही कोई होगा जो इसका तिरस्कार करता हो। बारिश को खुश करने का हर किसी का अपना तरीका होता है। जहां कुछ लोग बारिश में घूमना पसंद करते हैं, वहीं दूसरों को भीगना और नृत्य करना पसंद होता है, जबकि अन्य को अपनी खिड़की पर बैठे हुए दृश्य पसंद आते हैं।
मेरा आदर्श बरसात का दिन खिड़की से बैठकर बारिश देखना, बारिश की कुछ बूंदों को पकड़ना और उनके गालों पर सर्द हवा को महसूस करना होगा। मुझे खिड़की से बैठकर अपनी डायरी लिखने में मजा आता है। यह मेरे दिल को शांत करता है और मेरे दिमाग में नए और रचनात्मक विचार लाता है। मेरी मां ने मुझे गर्म कप कॉफी पिलाई और हम साथ में कॉफी का आनंद लेते हैं। मैं अक्सर सॉफ्ट म्यूजिक ऑन करता हूं और आराम से अपनी कॉफी पीता हूं।
अपनी दोपहर बिताने और अपनी माँ के साथ आराम करने के बाद, मुझे शाम को अपने पिता के साथ शहर की यात्रा करने और प्रकृति की सुंदरता को फिर से देखने का मौका मिला। हम बारिश के दौरान अपने पसंदीदा रेस्तरां में जाते हैं और पुदीने की चटनी के साथ प्याज़ और मिर्ची के पकोड़े खाते हैं।
जब तक हम घर वापस आते हैं, तब तक यह आमतौर पर अंधेरा होता है। घर लौटते ही मुझे इतनी थकान और नींद महसूस होती है। मैं अपनी वापसी पर बस बदलाव करता हूं और अपने बिस्तर पर जाता हूं। मुझे वास्तव में एक बारिश के दिन नींद आती है क्योंकि मौसम बेहद सर्द है।
इसलिए बरसात के दिन का मेरा विचार अपने परिवार के साथ अपना दिन बिताने और प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने का है। बारिश के दौरान परिवार के साथ समय बिताना कितना मजेदार होता है। मुझे अपने परिवार से प्यार है और मुझे बारिश से भी प्यार है।
बरसात पर निबंध हिंदी में, essay on rain in hindi language (600 शब्द)
बारिश के दिन प्रकृति कितनी लयबद्ध और आनंददायक होती है। आसमान में घने काले बादल और बारिश की बूंदों की बौछार, पेड़ों की छंटाई और मनमोहक आनंद के साथ नाचते-गाते, काले और उदास दिन हमारे दिलों को रोमांचित करते हुए, यहाँ-वहाँ घूमते हुए मेंढक, पानी के कीचड़ भरे कुंडों में खुशी से झूमते बच्चे, खूबसूरत पंख फैलाते हुए और अपने साथी को आकर्षित करने वाली एक कला की रचना करने के लिए नाचते हुए, किसान खुशी के साथ बोते हैं और नई उम्मीदें उनकी आँखों से झलकती हैं – हर कोई बारिश की खुशी मनाते है।
सीहोर में बरसात का दिन:
बरसात के दिन अपनी सुंदरता का आनंद लेने के लिए प्रकृति में बाहर निकलना कितना शांत है। मैं अपनी सफेद पोशाक में इस तरह एक दिन का आनंद लेने के लिए समुद्र के किनारे तक जाता हूं। सफेद पोशाक, जैसा कि मुझे इसके विपरीत पसंद है, गहरे मौसम और एक सफेद पोशाक एक सुंदर संयोजन है और मुझे यह पसंद है।
जैसे ही मैं वहां पहुंचता हूं, मैं अपनीं चप्पल निकाल देता हूं और अपनी गुलाबी छतरी को रेत पर फेंक देता हूं और समुद्र की ओर भाग जाता हूं। मैं अपने गाल पर ठंडी हवा महसूस करने के लिए अपनी ठोड़ी के साथ समुद्र के किनारे नंगे पैर चलता हूं। मैं बारिश की छोटी-छोटी बूंदों को समझ लेता हूं।
समुद्र की लहरों में सम्मिश्रित बूंदों की झलक मेरी आँखों को भिगो देती है। बारिश की ताज़ा सुगंध मेरे दिल को शांत करती है। बूंदों की धुन मुझे मात के साथ-साथ बोलबाला बनाती है। मैं कल्पना करता हूं कि मैं समुद्र के किनारे पर मत्स्यांगना हूं। मैं और मेरी कल्पनाएँ …! मैं अभी भी पानी के कंपकंपी में सराबोर खड़ा हूं और प्रकृति के लालच में मुस्कुराते हुए खुद को घूर रहा हूं।
घर में बारिश का दिन:
सप्ताहांत में जब बारिश हो रही है तो मुझे अपने घर के अंदर अपना दिन बिताना अच्छा लगता है। बरसात के दिनों के बारे में कुछ मुझे बहुत आलसी और आरामदायक लगता है। मैं सिर्फ एक प्रेम कहानी पढ़ने के लिए अपने कंबल में झपकी लेना पसंद करता हूं। मेरी माँ को बारिश के दिनों में मेरे लिए स्वादिष्ट चॉकलेट कुकीज़ बनाना पसंद है।
सर्द मौसम में गर्म कुकीज़ की सुगंध, मुझ पर किसी तरह का जादू बिखेरती है। मुझे वास्तव में इन दिनों में बहुत भूख लगती है और मैं पूरे दिन कुतरता रहता हूं। मैं अपनी गर्म चॉकलेट कुकीज़ को दूध में डुबोकर रखना पसंद करता हूं, मुझे यह बहुत पसंद है। मैं बाद में अपना पूरा दिन अपने पजामे में सोफे पर लेटकर अपनी पसंदीदा फिल्में देखने में बिताता हूं।
बारिश का दिन लेखकों और कवियों के लिए एक प्रेरणा का काम करता है:
हम सभी कविताएँ, कहानियाँ और किताबें पढ़ते हैं। प्रकृति की प्राकृतिक सुंदरता के बारे में बहुत कुछ और इतनी खूबसूरती से लिखा गया है। बारिश के बारे में लेखन स्पष्ट रूप से धूप के दिनों या सर्दियों के बारे में लेखन की तुलना में अधिक आकर्षक है। बारिश का दिन मुख्य रूप से कवियों के लिए एक प्रेरणा है क्योंकि यह दुनिया को एक नया और नया दृष्टिकोण देता है।
रोजमर्रा की दुनिया जो इतनी पारंपरिक और बेरंग लगती है, अचानक इतनी विविध, ताज़ा, रंगीन और जादुई हो जाती है। कविता बारिश के दिन की तरह आकर्षक है। या शायद बारिश सिर्फ काव्यात्मक मनोदशा का निर्माण करती है, सुंदर दृश्य, इंद्रधनुष, बारिश की पृष्ठभूमि का संगीत, गर्म कप कॉफी सब कुछ लेखकों को प्रेरित करता है। कवियों के अलावा, बारिश का मौसम सभी लेखकों के लिए एक प्रेरणा है क्योंकि हम कहानियों और पुस्तकों में बारिश के सौंदर्य और प्रभावों के बारे में पढ़ते रहे हैं।
इस प्रकार, हर किसी के पास बारिश के दिन का आनंद लेने का अपना आदर्श तरीका है, लेकिन कुछ को बस बरसात के दिनों से नफरत हो सकती है। कुछ के लिए, यह सिर्फ घर पर और दूसरों के लिए नया रोमांच लेने का एक बहाना है। कुछ बहुत आलसी हो सकते हैं जबकि अन्य सिर्फ रचनात्मक हो सकते हैं।
कुछ अपना समय सुगंधित भोजन पकाने में बिताते हैं जबकि मेरे जैसे अन्य लोग खाना खाने और वजन बढ़ाने में बिताते हैं। आखिरकार, बारिश सुंदर होती है और जीवन में खुशहाली लाती है लेकिन बहुत अधिक बारिश हमारे लिए हानिकारक भी हो सकती है।
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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.
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वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay On Rainy Season In Hindi)
In this Article
वर्षा ऋतु पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Rainy Season In Hindi)
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वर्षा ऋतु बहुत सुहाना होता है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। इस मौसम में पूरा शहर काले बादलों से घिरा होता है, ठंडी हवाएं चलती हैं और कभी-कभी हवाएं आंधी का भी रूप ले लेती हैं। वर्षा ऋतु आने से लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है। देश में वर्षा ऋतु की शुरुआत जून महीने से होती है और यह लगभग सितम्बर तक चलता है। इस मौसम से सिर्फ इंसानों को ही नहीं जानवरों और पक्षियों को भी राहत मिलती है। बरसात का ये मौसम किसानों के लिए महवत्पूर्ण माना जाता है, क्योंकि अच्छी फसल के लिए बरसात बहुत जरूरी है और देश के कई हिस्सों में किसान अपनी फसल के लिए बारिश के पानी पर निर्भर रहते हैं। गर्मी की वजह से कई नदियां, तालाब और जंगल सूखे पड़ जाते हैं, जिससे वहां रहने वाले लोगों और जीवों को परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन बरसात के बाद यह नदियां, तालाब फिर भर जाते हैं और पेड़-पौधे भी हरे-भरे लगने लगते हैं। वर्षा ऋतु का मजा हर कोई अपने-अपने तरीके से लेता है। कुछ बाहर जाकर इसका आनंद उठाते हैं और वहीं कुछ घर पर ही अपने फैमिली के साथ खुशनुमा पल बिताते हैं। बच्चों को यह मौसम बहुत पसंद होता है और उनके पास इस दौरान करने के लिए भी बहुत कुछ होता है। बच्चों को अगर वर्षा ऋतु पर एक छोटा या बड़ा लेख या मानसून पर अनुच्छेद लिखने को मिले तो यहाँ बहुत ही सिंपल तरीके से बताए गए वर्षा ऋतु पर एस्से दिया है, यह आपकी पूरी मदद करेगा।
बारिश का मौसम अपने साथ कई खुशियां लेकर आता है। यह मौसम बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी बहुत पसंद होता है। कभी-कभी बच्चे इस मौसम के अनुभवों को पेपर में निबंध के तौर पर लिखने की कोशिश करते हैं। नीचे दी गई वर्षा ऋतु की 10 लाइने इसमें उनकी मदद कर सकती हैं।
- वर्षा ऋतु बहुत सुहावना लगता है।
- इस मौसम में आसमान में काले बादल छाए रहते हैं।
- बरसात का मौसम भीषण गर्मी में राहत दिलाता है।
- कृषि प्रधान देश होने की वजह से यहां वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है।
- वर्षा ऋतु में चारों ओर हरियाली फैल जाती है।
- वर्षा के दिनों में हमें उमंग और खुशी का एहसास होता है।
- बच्चे बारिश में खेलते हैं और कागज की नाव बनाते हैं।
- बारिश के बाद किसान अपने खेतों में बीज बोने के लिए तैयार हो जाते हैं।
- इस मौसम में पेड़ों पर रंग-बिरंगे फूल खिलने लगते हैं।
- वर्षा ऋतु में सूखे तालाब और नदी फिर से भर जाते हैं।
ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिन्हे बारिश नहीं पसंद होगा, हर कोई इसका मजा अपने तरीके से लेते हैं। लेकिन बच्चों में इसको लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। वर्षा ऋतु पर 200-300 शब्दों वाले इस निबंध से जानते हैं आखिर इसमें ऐसा क्या खास है:
वर्षा ऋतु यानी बारिश का मौसम। वर्षा ऋतू भारत में जून महीने में आती है और अपने साथ ढेर सारी खुशियां और उमंग लेकर आती है। किसानों के लिए तो मानो यह एक आशीर्वाद की तरह होती है। बरसात, मौसम को ठंडा और सुहावना बना देती है और एक अलग ही प्रकार का सुकून साथ में लाती है। आसमान चारों तरफ से काले बादलों से घिरा हुआ होता है, चारों तरफ ठंडी हवा, बारिश की वो पहली बूंद शरीर में एक नई जान डाल देती है। बरसात का मौसम भीषण गर्मी से जूझते हुए लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है। मानसून हर साल आता है और चारों तरफ हरियाली और खुशियां बिखरने लगती हैं। अप्रैल और मई की गर्मी को झेलते हुए लोग इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह मौसम लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। हमारे देश में कृषि का बहुत अधिक महत्व है और किसानों को बेहतर फसल के लिए बारिश चाहिए होती है। इसमें बरसात का मौसम अहम भूमिका निभाता है। सूखे पड़े पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं, खेत फसलों से भर जाते हैं, सूखे नदी-तालाब फिर से भर जाते हैं। जानवर और पक्षी में बारिश की बौछार में झूम उठते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बारिश का मौसम आपके व्यक्तिगत जीवन पर भी असर डालता है। बारिश की पहली बूंद जब आप पर पड़ती है तो नीरस मन भी खुश हो जाता है। बच्चे भी इसका आनंद उठाते हैं। कुछ घर पर ही खिड़की के सामने बैठकर अपनी माँ से अच्छे-अच्छे पकवान बनवाकर बारिश का मजा लेते हैं। वहीं कुछ बच्चे बारिश में बाहर भीगने जाते हैं और बारिश बंद होने पर कागज की नाव बनाकर उससे खेलते हैं। बड़े भी अपने तरीके से इसका आनंद उठाते हैं। यह मौसम सिर्फ खुशियां ही नहीं बल्कि कई त्यौहार भी लेकर आता है, जैसे रक्षाबंधन, गणेश पूजा, स्वतंत्रता दिवस आदि। इस दौरान सावन का भी महीना लगता है।
बरसात का मौसम हमारे जीवन के लिए एक वरदान की तरह है। इसके महत्व को बच्चे हो या बड़े हर किसी को समझने की जरूरत है। वर्षा ऋतु पर विस्तार में बताए गए निबंध में को पढ़ें और बच्चो की भी पढ़ाएं। इससे उनकी जानकारी बढ़ेगी साथ ही उन्हें ऐसे निबंध लिखने में आसानी होगी।
बरसात का मौसम क्या है? (What Is the Rainy Season?)
मई-जून की भीषण गर्मी के वक्त जब आसमान में काले बादल छाने लगे, तेज और सर्द हवाएं चलने गए तो समझ लेना चाहिए जल्द ही मानसून आने वाला है। बरसात के इस मौसम में बारिश कभी भी होने लगती है पर वह पहले से ही इशारा दे देती है। धूप धीरे-धीरे कम हो जाती है और इसकी जगह बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है। इसमें बारिश पहले बौछार के रूप में शुरू होती है, फिर धीरे-धीरे बूंदे बड़ी होने लगती है। इसके बाद लगातार तेज बारिश होती है। कई बार बारिश बंद होने पर हमे इंद्रधनुष भी दिखाई पड़ता है। यह मौसम सिर्फ हमारे मन को खुश नहीं करता है बल्कि वातावरण को और खूबसूरत बना देता है। जमीन की मिटटी पर पड़ने वाली बारिश की बूंदों की वजह से आने वाली सोंधी-सोंधी महक मन को शांत कर देती है। सूखे पेड़ हर-भरे हो जाते है, जिससे आस-पास का नजारा और सुंदर लगता है। ऐसे मौसम में सभी का मन प्रसन्न हो जाता है और गर्मी से राहत भी मिलती है।
वर्षा ऋतु का महत्व (Importance/Advantages Of Rainy Season)
हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए यहाँ वर्षा ऋतु का अलग महत्व होता है। बारिश कृषि अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है। अच्छी फसल के लिए किसान बारिश का इंतजार करते हैं। बारिश हमे सिर्फ जीवन और कृषि में मदद नहीं करती है बल्कि बिजली जैसे अहम संसाधन में भी मदद करती है। वर्षा ऋतु में बारिश की वजह से सभी डैम के पानी के स्तर को नियंत्रित किया जाता है ताकि बिना किसी रुकावट के बिजली का उत्पादन हो सके। इतना ही नहीं वर्षा ऋतु में लगातार होने वाली बारिश से धरती का तापमान नियंत्रित रहता है और गर्मी भी कम लगती है। ऐसा माना जाता है पृथ्वी पार जीवन को हमेशा बरकरार रखने के लिए बारिश जरूरी है। क्योंकि मनुष्य, जानवर, पक्षी और पेड़-पौधे सभी के लिए बारिश जरूरी है।
वर्षा ऋतु में क्या करें (Things To Do in Rainy Season)
- बारिश का मौसम आने से पहले सारी तैयारी कर के रखें।
- हमेशा छाता, रेनकोट आदि अपने पास रखें।
- मौसम का आनंद लेने के लिए परिवार के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं।
- घर पर स्वादिष्ट पकोड़ा और चाय के साथ मौसम का मजा लें।
- दोस्तों के साथ बाहर बारिश में भींगे और कोई पसंदीदा खेल खेलें।
- खिड़की के पास बैठकर किताब पड़ते हुए बारिश को एन्जॉय करें।
- बच्चे अपने लिए कागज के नाव बनाकर बहार बारिश में चलाएं।
- इस दौरान बेहतरीन यादों को तस्वीरों में कैप्चर करें।
- परिवार के साथ मिलकर कोई अच्छी सी फिल्म देखें।
- दोस्तों, रिश्तेदारों जिनसे बहुत दिनों से बात नहीं हुई उनसे बात करें।
वर्षा ऋतु से होने वाले नुकसान (Disadvantages Of Rainy Season)
- देश में अधिक बारिश होने की वजह से कई जगह बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है और सब बहुत नुकसान करती है।
- उम्मीद से ज्यादा बारिश किसानों की फसलें खराब कर देती हैं और उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद हो जाती है।
- रोड पर खतरा बढ़ जाता है और तेज बारिश की वजह से कई दुर्घटनाएं होती हैं।
- बारिश स्वास्थ्य पर भी असर डालती है, जिसकी वजह से सर्दी, जुखाम, खांसी आदि जैसी अन्य बिमारियों से हम घिर जाते हैं।
- भयंकर बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।
- आसमान से बरसने वाले पानी की अधिकतम गति 18 से 22 मील प्रति घंटे होती है।
- पृथ्वी पर बारिश की सबसे बड़ी बूंदें ब्राजील और मार्शल आइलैंड्स में 2004 में दर्ज की गई थी।
- समुद्र तट पर होने वाली वर्षा खतरनाक होती है, इससे भयंकर तूफान और चक्रवात आने का खतरा अधिक होता है।
- बारिश में बादल फटने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- बारिश के दौरान अधिकतर बादलों की ऊंचाई 1800 मीटर से 5500 मीटर तक होती है।
- बारिश सिर्फ तरल रूप में ही नहीं बल्कि ओले और बर्फ जैसे ठोस रूप में भी धरती पर गिरती है।
- केरल के कोट्ट्यम क्षेत्र में लाल रंग की बारिश होती है।
- बारिश की बूंदों को आसमान से धरती तक पहुंचने में लगभग 2 मिनट लगता है।
बारिश का मौसम बहुत ही खूबसूरत मौसम होता है, जो की कई खुशियां लेकर आता है। इस मौसम के कुछ फायदें हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं। इस निबंध में यही बताने का प्रयास किया गया है कि बारिश का महत्व तब तक है जब तक वो जरूरत से ज्यादा नहीं होती है। ऐसे में बच्चे भी जानेंगे की बरसात का मौसम यानि की मानसून क्यों खास होता है और आने वाले वर्षा ऋतु के लिए उनको कैसे तैयारी कर के रखनी चाहिए।
1. भारत में सबसे ज्यादा बारिश किस जगह पर होती है?
भारत में मेघालय के मासिनराम में सबसे अधिक बारिश होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है।
2. भारत में सबसे कम बारिश कहाँ पर होती है?
भारत में ‘लेह’ ऐसा स्थान है जहाँ सबसे कम बारिश होती है लद्दाख में है।
3. भारत में सबसे पहली बारिश कहाँ पर होती है?
भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान-निकोबार में शुरू होता है, उसके बाद केरल में बारिश शुरू होती है।
4. भारत के किस राज्य में ठंड के मौसम में बारिश होती है?
भारत का एक दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में सर्दी के मौसम में वर्षा होती है। यहाँ अक्टूबर से दिसंबर के बीच उत्तर-पूर्वी मानसून या “शीतकालीन मानसून” होता है।
5. पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान कौन सा है?
पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान मेघालय के मासिनराम को माना जाता है, यहाँ पर वर्षा ऋतु के दौरान औसत 11, 872 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
6. वर्षा ऋतु कब शुरू होती है?
भारत में वर्षा ऋतु गर्मी के बाद जुलाई महीने से शुरू होकर सितम्बर तक चलती है।
7. बरसात के पहले कौन सा मौसम आता है?
भारत में वर्षा ऋतु के पहले गर्मियों का मौसम रहता है, जो मार्च से शुरू होकर जून तक रहता है।
8. वर्षा होने का क्या कारण है?
धरती पर मौजूद पानी जो महासागर, नदियों और झीलों व अन्य बड़े स्रोत से पाया जाता है, जब वो पानी सूर्य की गर्मी से वाष्प द्रवित होकर बादल बन जाते तब वर्षा होती है।
यह भी पढ़ें:
प्रदूषण पर निबंध (Essay on Pollution in Hindi) पर्यावरण पर निबंध (Essay On Environment In Hindi)
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10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतु पर 10 लाइन
10 Lines on Rainy Season: इस पोस्ट में हम आपके लिए वर्षा ऋतु पर 10 लाइन हिंदी में या Short Essay on Rainy Season in Hindi दे रहे हैं। अगर आप कक्षा 123 और कक्षा 4 के छात्रों तो ये आपके लिए सबसे अच्छा है। बरसात का मौसम साल का सबसे अच्छा मौसम होता है। बरसात के मौसम में जानवर भी सक्रिय रहते हैं ।
बरसात का मौसम जुलाई के महीने में आता है। यह सितंबर तक जारी रहता है। इस मौसम की बजेसे किसान आपना खेती कर पातेहै। इसलिये इस पोस्ट में हम्म 10 Lines on Rainy Season in Hindi लिखा है।
Table of Contents
10 Lines on Rainy Season in Hindi
Pattern 1 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- पृथ्वी पर कई ऋतुएँ होती हैं जैसे ग्रीष्म, शीत और वर्षा ऋतु।
- बरसात का मौसम मेरा पसंदीदा मौसम है। जून के पहले सप्ताह में बरसात का मौसम शुरू हो जाता है।
- इस समुंदर, नदी, बांध और झीलों में पानी भर जाता है।
- पशु और पौधे भी पानी के लिए बारिश पर निर्भर हैं। हमें पीने का पानी बारिश से मिलता है।
- छोटे बच्चों को पानी में खेलना बहुत पसंद होता है। यह मौसम किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
- बरसात के मौसम में हमें रंगीन इंद्रधनुष देखने को मिलता है।
- इस मौसम में पेड़ हरे हो जाते हैं और पूरी जमीन हरी-भरी और खूबसूरत हो जाती है।
- छोटे बच्चे बारिश के पानी में कागज़ की नावें गिराते हैं।
- इस मौसम की फसलें बारिश के पानी पर निर्भर करती हैं और हम बारिश का आनंद लेते हैं।
- सारा वातावरण शीतल और सुन्दर हो जाता है, इसलिए मुझे बरसात का मौसम अच्छा लगता है।
10 Lines on Rainy Season in English
Pattern 2 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- There are Many Seasons on Earth-like Summer, Winter, and rainy seasons.
- Rainy season is my favorite season. The rainy season starts in the first week of June.
- This sea, river, dam and lakes get filled with water.
- Animals and plants are also dependent on rain for water. We get drinking water from rain.
- Young children love to play in the water. This season is very important for the farmers.
- We get to see a colorful rainbow during the rainy season.
- Trees turn green in this season and the whole land becomes green and beautiful.
- Small children drop paper boats in Rainwater.
- The Crops of this season depend on the Rainwater and we enjoy the rain.
- The Whole Environment becomes cool and beautiful, so I like the rainy season.
10 Lines on Rainy Season in Odia
Pattern 3 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- ଗ୍ରୀଷ୍ମ, ଶୀତ ଏବଂ ବର୍ଷା ରୁତୁ ପରି ପୃଥିବୀରେ ଅନେକ ରୁତୁ ଅଛି।
- ବର୍ଷା ରୁତୁ ମୋର ପ୍ରିୟ ରୁତୁ। ଜୁନ୍ ପ୍ରଥମ ସପ୍ତାହରେ ବର୍ଷା ରୁତୁ ଆରମ୍ଭ ହୁଏ।
- ଏହି ସମୁଦ୍ର, ନଦୀ, ବନ୍ଧ ଏବଂ ହ୍ରଦ ଜଳରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହୁଏ।
- ପଶୁ ଏବଂ ଉଦ୍ଭିଦ ମଧ୍ୟ ଜଳ ପାଇଁ ବର୍ଷା ଉପରେ ନିର୍ଭରଶୀଳ। ବର୍ଷା ଠାରୁ ଆମେ ପାନୀୟ ଜଳ ପାଇଥାଉ।
- ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ପାଣିରେ ଖେଳିବାକୁ ଭଲ ପାଆନ୍ତି। ଏହି ରୁତୁ କୃଷକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ।
- ବର୍ଷା ରୁତୁରେ ଆମେ ଏକ ରଙ୍ଗୀନ ଇନ୍ଦ୍ରଧନୁ ଦେଖିବାକୁ ପାଇଥାଉ।
- ଏହି ରୁତୁରେ ଗଛ ସବୁଜ ହୋଇଯାଏ ଏବଂ ସମଗ୍ର ଭୂମି ସବୁଜ ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ।
- ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ବର୍ଷା ପାଣିରେ କାଗଜ ଡଙ୍ଗା ପକାନ୍ତି।
- ଏହି ରୁତୁର ଫସଲ ବର୍ଷା ଜଳ ଉପରେ ନିର୍ଭର କରେ ଏବଂ ଆମେ ବର୍ଷା ଉପଭୋଗ କରୁ।
- ସମଗ୍ର ପରିବେଶ ଥଣ୍ଡା ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ, ତେଣୁ ମୁଁ ବର୍ଷା ରୁତୁକୁ ପସନ୍ଦ କରେ।
10 Lines on Rainy Season in Gujarati
Pattern 4 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- ઉનાળો, શિયાળો અને વરસાદની રૂતુ જેવી પૃથ્વી પર ઘણી asonsતુઓ છે.
- વરસાદની રુતુ મારી પ્રિય રુતુ છે. જૂન મહિનાના પ્રથમ સપ્તાહમાં વરસાદની મોસમ શરૂ થાય છે.
- આ સમુદ્ર, નદી, ડેમ અને તળાવો પાણીથી ભરાઈ જાય છે.
- પ્રાણીઓ અને છોડ પણ પાણી માટે વરસાદ પર આધારિત છે. અમને વરસાદથી પીવાનું પાણી મળે છે.
- નાના બાળકો પાણીમાં રમવાનું પસંદ કરે છે. આ seasonતુ ખેડૂતો માટે ખૂબ મહત્વની છે.
- વરસાદી રુતુમાં આપણને રંગબેરંગી મેઘધનુષ્ય જોવા મળે છે.
- આ રુતુમાં વૃક્ષો લીલા થાય છે અને આખી જમીન લીલી અને સુંદર બને છે.
- નાના બાળકો વરસાદના પાણીમાં કાગળની બોટ નાખે છે.
- આ સિઝનના પાક વરસાદના પાણી પર આધાર રાખે છે અને આપણે વરસાદનો આનંદ માણીએ છીએ.
- સમગ્ર વાતાવરણ ઠંડુ અને સુંદર બને છે, તેથી મને વરસાદી રુતુ ગમે છે.
10 Lines on Rainy Season in Bengali
Pattern 5 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- পৃথিবীতে গ্রীষ্ম, শীত এবং বর্ষার মতো অনেক seতু আছে।
- বর্ষাকাল আমার প্রিয় তু। জুনের প্রথম সপ্তাহে বর্ষাকাল শুরু হয়।
- এই সমুদ্র, নদী, বাঁধ এবং হ্রদগুলি পানিতে ভরে যায়।
- প্রাণী এবং উদ্ভিদও পানির জন্য বৃষ্টির উপর নির্ভরশীল। আমরা বৃষ্টি থেকে পানীয় জল পাই।
- ছোট বাচ্চারা পানিতে খেলতে ভালোবাসে। এই মৌসুম কৃষকদের জন্য খুবই গুরুত্বপূর্ণ।
- বর্ষাকালে আমরা একটি রঙিন রংধনু দেখতে পাই।
- এই seasonতুতে গাছ সবুজ হয়ে যায় এবং পুরো জমি সবুজ এবং সুন্দর হয়ে যায়।
- ছোট বাচ্চারা বৃষ্টির পানিতে কাগজের নৌকা ফেলে দেয়।
- এই মৌসুমের ফসল বৃষ্টির পানির উপর নির্ভর করে এবং আমরা বৃষ্টি উপভোগ করি।
- পুরো পরিবেশ ঠান্ডা এবং সুন্দর হয়ে যায়, তাই আমি বর্ষাকাল পছন্দ করি।
10 Lines on Rainy Season in Nepali
Pattern 6 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- त्यहाँ गर्मी, जाडो र बरसात को मौसम जस्तै पृथ्वी मा धेरै मौसमहरु छन्।
- बरसातको मौसम मेरो मनपर्ने मौसम हो। बरसातको मौसम जून को पहिलो हप्ता मा शुरू हुन्छ।
- यो समुद्र, नदी, बाँध र तालहरु पानी संग भरिएको छ।
- जनावर र बिरुवाहरु पानी को लागी वर्षा मा निर्भर छन्। हामी वर्षा बाट पिउने पानी पाउँछौं।
- साना बच्चाहरु पानी मा खेल्न मनपर्छ। यो सिजन किसानहरुको लागी धेरै महत्वपूर्ण छ।
- हामी बरसातको मौसममा एक रंगीन इन्द्रेणी देख्न पाउँछौं।
- रुखहरु यस मौसममा हरियो हुन्छन् र सारा जमिन हरियो र सुन्दर बन्छ।
- साना बच्चाहरु वर्षा पानी मा कागज डुats्गा छोड्छन्।
- यस सिजन को फसल वर्षा पानी मा निर्भर गर्दछ र हामी वर्षा को आनन्द लिन्छौं।
- सम्पूर्ण वातावरण शान्त र सुन्दर बन्छ, त्यसैले म बरसात को मौसम मनपर्छ।
10 Lines on Rainy Season in Punjabi
Pattern 7 – 10 Lines Essay or Shorts Essay is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.
- ਧਰਤੀ ਤੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਮੌਸਮ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਿਵੇਂ ਗਰਮੀ, ਸਰਦੀ ਅਤੇ ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ.
- ਮੀਂਹ ਦਾ ਮੌਸਮ ਮੇਰਾ ਮਨਪਸੰਦ ਮੌਸਮ ਹੈ. ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ ਜੂਨ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਹਫਤੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ.
- ਇਹ ਸਮੁੰਦਰ, ਨਦੀ, ਡੈਮ ਅਤੇ ਝੀਲਾਂ ਪਾਣੀ ਨਾਲ ਭਰ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ.
- ਪਸ਼ੂ ਅਤੇ ਪੌਦੇ ਵੀ ਪਾਣੀ ਲਈ ਮੀਂਹ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹਨ. ਸਾਨੂੰ ਮੀਂਹ ਤੋਂ ਪੀਣ ਵਾਲਾ ਪਾਣੀ ਮਿਲਦਾ ਹੈ.
- ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਖੇਡਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਇਹ ਸੀਜ਼ਨ ਕਿਸਾਨਾਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ।
- ਸਾਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦੇ ਮੌਸਮ ਦੌਰਾਨ ਇੱਕ ਰੰਗੀਨ ਸਤਰੰਗੀ ਪੀਂਘ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲਦੀ ਹੈ.
- ਇਸ ਮੌਸਮ ਵਿੱਚ ਰੁੱਖ ਹਰੇ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਸਾਰੀ ਜ਼ਮੀਨ ਹਰੀ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ.
- ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਕਾਗਜ਼ ਦੀਆਂ ਕਿਸ਼ਤੀਆਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਸੁੱਟਦੇ ਹਨ.
- ਇਸ ਮੌਸਮ ਦੀਆਂ ਫਸਲਾਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ਅਤੇ ਅਸੀਂ ਬਾਰਿਸ਼ ਦਾ ਅਨੰਦ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ.
- ਸਾਰਾ ਵਾਤਾਵਰਣ ਠੰਡਾ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਬਣ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਮੈਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦਾ ਮੌਸਮ ਪਸੰਦ ਹੈ.
10 Lines on Rainy Season in Video
Last Word on 10 Lines on Rainy Season for Students
हम Student के पढ़ाई के लिए ही Article बनाते है। कैसे एक Student आसानी से अपने Homework के साथ साथ अपने General Knowledge को कैसे बढ़ा सकता है? सिर्फ उसीके बारे मै ही हमरे सारे Article है। एक Student के लिए जीतने भी जरूरती Essay है जो मदत कर सकता है उनके पढ़ाई मै वो सारे Essay को हमने पोस्ट किए है। हम्म आसा करते है की ये बर्षा ऋतु आपको बहत अच्छा लगे।
इसके साथ साथ किस तरह से आप आसानी से Essay लिख सकते है या Essay लिखने का आसान तरीका को भी आप जान पाओगे और ये एस्से आपको 7 भासा में मिल जाएगा, आप आपके बहस के अनुसार एशे पढ़ सकते है। इसके बाद Student के General Knowledge के लिए जीतने भी General Quiz है जो आसान करेगा Student के पढ़ाई या उनके जीतने भी Quiz Competition है उन सभी मै अपना बेहतर देने के लिए मदत करेगा।
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References Links:
- https://www.britannica.com/science/Indian-monsoon
- https://education.nationalgeographic.org/resource/monsoon/
- https://en.wikipedia.org/wiki/Wet_season
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Thanks-a-mundo for the article post.Really thank you! Cool.
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Essay on Rainy days for Students and Children
500+ words essay on rainy days.
Essay on Rainy Days – Rainy days are different from any other day. They hold great importance for everyone differently. People have different reasons to wait for the Rainy Season eagerly. After all, it brings a sigh relief for everyone. No matter what the weather may be, a rainy day relaxes and soothes our soul. There is no age limit to enjoy rainy days people of almost every age enjoy it equally. Thus, rainy days are very important for a number of reasons.
Importance of Rainy Days
As stated earlier, rainy days are enjoyed by people of all ages. The kids are probably the most excited lot of all. Rainy days bring pleasant weather and uplift the moods of kids. Moreover, it gives them a chance to step out and play in the rain, jump in the puddles and make paper boats.
Similarly, for students, a rainy day means a break from school. It gives them a break from their monotonous routine as the school declares a holiday. The joy of going to school on a rainy day enjoying the weather and then realizing the school is closed is one of a kind experience. The students become relaxed and spend their day doing other activities like going out with friends and more.
If we look at rainy days from the perspective of a common man, we see how it brings them relief from the heat. It changes their mood and also their dull routine. In other words, rainy days give them a chance for rejuvenation amidst the stress.
Most importantly, we see rainy days are of utmost importance for farmers. It is quite essential for the production of crops. It provides them with adequate water to make their crops flourish which will eventually benefit them.
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My Rainy Day Experience
When I think of rainy days, it brings back very special memories for me. However, one memory is such which is the closest to my heart. I remember our teacher scheduled a test for us when it started raining heavily.
I woke up in the morning with the fear of taking the test for which I was not prepared. I prayed to God for the cancellation of the test. As I was getting ready, it started raining heavily. I got dressed up and went to school with my father, and to my surprise, we came to know the school was closed that day due to a rainy day.
I was on top of the world when I came to know about it. I returned with my father and came back then undressed. Immediately, I changed into my home clothes to go f\and bathe in the rain on my terrace. I played with my siblings a lot in the rain; we made paper boats as well. After we were done, we saw that my mother was making onion fritters. She served them burning hot with chili chutney. We relished the fritters as we watched the rainfall. It was truly one of the most memorable rainy days of mine.
{ “@context”: “https://schema.org”, “@type”: “FAQPage”, “mainEntity”: [{ “@type”: “Question”, “name”: “How do rainy days benefit farmers?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”: “Rainy days benefit farmers the most. They bring a sigh of relief for them. As it waters their crops free of cost and helps them flourish. They give them good produce which, in turn, benefits them eventually.” } }, { “@type”: “Question”, “name”: “How can one enjoy rainy days?”, “acceptedAnswer”: { “@type”: “Answer”, “text”:”There are various ways to enjoy their rainy days. You can sit in your balcony and sip on tea while enjoying the weather. Moreover, you may go out in the garden or terrace and bathe in it. Make paper boats and take a long drive on the road as well.”} }] }
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बारिश का दिन पर 10 वाक्य (10 Lines on Rainy Day in Hindi)
बारिश का दिन पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं, खेतों व लोगों के लिए राहत लेकर आता है। जब गर्म मौसम में बारिश हो जाता है तो चारों तरफ का वातावरण ठंडा और नम हो जाता है। बरसात में जब ठंडी हवाएं शरीर को छूती है तो बहुत सुखद अहसास होता है। कुछ बच्चे व युवतियां बारिश के पानी में स्नान करके इसका आनंद लेते हैं। ठण्ड के मौसम में बारिश हो जाने से ठण्ड और बढ़ जाती है। अधिक बारिश होने से सड़कें जलमग्न हो जाती है जो यातायात व्यवस्था को बाधित करती है।
Rainy Day Essay in Hindi
बारिश का दिन पर 10 लाइन (Ten Lines on Rainy Day in Hindi)
आईये आज हम इस लेख के माध्यम से बारिश का दिन (रेनी डे) के बारे में जानते हैं।
Barish ka Din par 10 Vakya – Set 1
1) जिस दिन बारिश होती है उसे ‘रेनी डे’ या बरसात का दिन कहते हैं।
2) गर्मी और उमस भरे दिन बारिश हो जाने पर वातावरण ठंडा हो जाता है।
3) बारिश से चारों तरफ हरियाली दिखने लगती है।
4) बारिश के दिन सभी जीव खुश हो जाते हैं।
5) बारिश का दिन सूखे खेतों में जान डाल देता है।
6) बारिश के दिन फसलें लहलहाती है और चारों तरफ सोंधी खुशबू आती है।
7) भारी बारिश होने पर स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए जाते हैं।
8) अधिक बारिश होने के कारण घोषित अवकाश को “रेनी डे वेकेशन” कहते हैं।
9) लोग घरों में गरम चाय और पकौड़े के साथ बारिश के दिन का आनंद लेते हैं।
10) बहुत से लोगों को बारिश होने के कारण मुश्किलें भी झेलनी पड़ती हैं।
Barish ka Din par 10 Vakya – Set 2
1) बारिश का दिन सभी को बहुत पसंद आता है।
2) ऐसे दिनों में बच्चे ड्राइव पर जाना और बाहर घूमना पसंद करते हैं।
3) बारिश का दिन बच्चे, बूढ़े व जवान सभी के मन को लुभाता है।
4) बारिश के दिन बूंदा-बांदी, ठंडी हवा और मिट्टी की मीठी खुशबू मंत्रमुग्ध कर देती है।
5) सूखे की कमी से परेशान किसानों के चेहरों पर वर्षा का दिन खुशियाँ लाता है।
6) बरसात समस्त जीव-जंतुओं के लिए नये जीवन का उमंग लेकर आता है।
7) बारिश से वनस्पतियों में नई जान आ जाती है और वे फिर से हरे-भरे दिखने लगते हैं।
8) बरसात का दिन लोगों को परिवार के साथ समय व्यतीत करने का मौका देता है।
9) असमय होने वाली बारिश से किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है।
10) एक तरफ जहाँ बारिश खुशियाँ लाती है तो असमय होने वाली तेज़ बारिश लोगों के लिए परेशानी बन जाती है।
बरसात का दिन अपने साथ ढ़ेर सारी खुशियां लेकर आता है तो बिना समय बरसात होकर कभी कभी लोगों की मुश्किलें बढ़ा भी देता है। इन सब के बावजूद बरसात का दिन लोगों को बहुत पसंद आता है। बरसात से वातावरण के तापमान में भी कमी हो जाती है और साथ में बरसात से हमारे आस-पास की सफाई भी हो जाती है। सड़क व सड़क किनारे पर स्थित पेड़-पौधे भी बरसात के पानी से धुल जाते हैं और साफ़ दिखने लगते हैं।
छोटे बच्चों के लिए: Barish ka Din par 10 vakya Hindi mein
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Essay on "How I Spent My Holiday in A Rainy Day" in English, full Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, and 12 Kids, Students for Examination.
how i spent my holiday in a rainy day.
“Rain is gift of God"
It was a fine morning. I was still in my bed at home. I opened my eyes and saw that the sky was overcast with clouds. A cool wind began to blow. Soon a few big drops of rain came and within a few minutes, it began to rain in torrents. There was a thunder-bolt and I heard it while I was still in my bed. I suddenly realized that it was a holiday.
It was the spring season. The cool breeze kept me happy. I left the bed and took off my clothes. I stood in the compound of my house. I stood in my loincloth. I decided to enjoy the shower bath. It started raining heavily. The whole street turned into a pool of water.
Children were the happiest of all. They made merry, splashing water at one another. They floated paper boats in the drains. They ran about naked in the streets. Their joy knew no bounds. They sang songs. All young and old enjoyed mango parties. Ladies prepared dainty dishes to celebrate the rainy day. Some of my friends joined us and we started playing tricks and singing, "Barkha Rani Jara Jhume ke Barso" while standing in the compounds. We enjoyed the shower-bath much. One of my friends slipped and fell down. We laughed heartily. We marched towards the street outside. We enjoyed the scenery on the way. The smiling flowers, swaying fields, and sweet notes of birds kept us very happy. We reached home in high spirits.
We started shivering soon after. We returned home and had a cup of tea. I felt a little hungry. My mother called me for the lunch and I had a hearty meal along with my sister who set close to me.
We did full justice to the meal. We had a sweet dish of pudding. We started playing indoor gamer. The heavy shower compelled us to stay within doors. Soon after there was a light drizzle. We saw patches of scattered clouds everywhere.
We enjoyed it very much on that holiday. Had our college been open, it would have been very difficult to enjoy on that day. Thank God, we had been able to experience a pleasant holiday when it rained. The weather, being pleasant, it was a highly enjoyable experience not to be forgotten for a long time to come.
Posted by: Hindi Gatha
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10 Moments of Beauty at the Paris Olympics
The Summer Games are known for athletic excellence, but they provide plenty of aesthetic excellence along the way.
Léon Marchand and the rest of the Olympians at the Paris Games have put on a show — in more ways than one. Credit... James Hill for The New York Times
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By Sadiba Hasan
- Published Aug. 9, 2024 Updated Aug. 12, 2024
Some people watch the Olympics for the events. Others watch for the hot athletes.
This is nothing new. Going all the way back to the first century, the orator Dio Chrysostom praised the “beauty” of the boxer Melankomas, who competed in the ancient Greek athletic games .
That same feeling resonates in 2024. A number of participants in the Paris Summer Olympics have distinguished themselves for things beyond their athletic talent. In an extreme case, a pole-vaulter gained a great deal of attention — some might say notoriety — for failing in a unique way. Others caught the public’s attention through moments of love or kindness — a different but equally palpable form of beauty.
There are numerous options to choose from, but here are 10 moments of beauty at the games.
Swimmers and Their Abs
After Italy won bronze in the 4 × 100-meter freestyle relay on July 27, the Italian swimmer Thomas Ceccon, 23, raised his arms in celebration. In doing so, he unintentionally bared his well-cut abs , which had many thirsting on the internet .
(Ceccon, who won gold in the 100-meter backstroke, was later found sleeping on the ground next to a bench in Olympic Village after he had complained about the conditions at the village.)
Triple Play
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आपको यह वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi) कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। वर्षा ऋतु पर निबंध for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5 से class 10 तक के बच्चे ...
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